आप चुनी हुई बहुमत की सरकार के साथ या इन भीड़ तंत्रवादी वामी दूषित तत्वों के साथ
Positive India:Suresh Mistry;
चलिए मान लीजिए कि मुड़ी सरकार नकली किसान आंदोलन के आगे पीछे हठ करते हुए कृषि संशोधन बिल वापस लेे लेती है…?
तो क्या यह धृणित तत्व इतने से सहज संतोष कर लेंगे…?,
जी नहीं, यकीन मनिए फिर इन देश द्रोहियो के हौसले और भीड़ की तादाद और बढ़ेगी…!!
फ़िर यह मुड़ी सरकार के हर नए कानून, हर नए जन हितकारी नियम नीति के खिलाफ भीड़ तंत्र की फौज लेकर चढ़ बैठने के लिए एक मौका नहीं छोड़ेंगे…
फ़िर सरकार देश हित कार्य कैसे करेगी…? क्योंकि कांग्रेस से लेकर खालिस्तानियों तक की चैन को तो देश हित के हर सरोकार से ऐतराज हे…!!
क्योंकि वह इनके एजेंडे को सूट नहीं करता..
फिर यह घर नहीं जाएंगे और सड़कों पर ही महीनों का राशन पानी लेकर बैठे रहना पसंद करेंगे..,
शहरों प्रांतों और देश को बंधक बनाकर…
वास्तव में यह लोकतंत्र पर भीड़ तंत्र को परी बनाने की इच्छा लिए हुए वामपंथी उपद्रव शैली है जो देश के प्रधानमंत्री को ठोकने तक के लिए हठाग्रही है अगर उनकी नाजायज मांगे इनकी भीड़ के सामने स्वीकार नहीं हो…और यह इन की लोकतांत्रिक रक्षा शैली है…?
कृपया समझे…यह देश को बंधक बनाने चले है भीड़ तंत्र से ताकि लोकतंत्र लाचार होकर बहुमत की चुनी सरकार देश हित के कानून और नियमों योजना ओ की क्रियान्वित नहीं कर सके….और फिर यह चिल्लाए यह मुड़ी काम नहीं करता…हम मंदी बेरोजगारी गरीबी महामारी से मेरे जा रहे है…,चलो मुड़ी को हटा देते है…?
यह हमे तय करना है कि हम किस पक्ष में हे लोकतांत्रिक देश में अपनी ही चुनी हुई बहुमत की सरकार के साथ, या इन भीड़ तंत्र वादी वाम शैली के दूषित तत्वों के पीछे छिपे चाइना पाकिस्तान तुर्की और अंदरूनी गद्दारों के साथ…
साभार:✍️ सुरेश(ये लेखक के अपने विचार हैं)