योग पर छः माह का सर्टिफिकेट कोर्स का रंगारंग शुभारंभ
योग का उददेश्य योग संबधी जागरूकता, प्रचार-प्रसार एवं शिक्षा को बढ़ावा देना-कलेक्टर एल्मा, कोर्स अगस्त 2019 से फरवरी 2020 तक होगा.
पॉजिटिव इंडिया: नारायणपुर ,19अगस्त 2019
छत्तीसगढ़ में नागरिकों को स्वस्थ जीवन शैली एवं निरोग जीवन जीने के लिए योग से परिचित कराने तथा प्रतिदिन योगाभ्यास करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे है। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा अप्रेल 2017 में छत्तीसगढ़ योग आयोग का गठन किया गया। यह योग आयोग संभाग, जिले, विकासखंड एवं ग्राम पंचायत स्तर तक आवश्यक उपाय एवं कदम उठायेगा। इस योग आयोग की समाज कल्याण विभाग ने अधिसूचना जारी की थी ।
इसी कड़ी में रामकृष्ण मिशन विवेकानंद शिक्षण एवं अनुसंधान मानित विष्वविद्यालय, बेलूड़ मठ के खेल विज्ञान एवं योग विभाग द्वारा रामकृष्ण मिशन आश्रम, नारायणपुर में बीती 15 तारीख़ को विवेकानंद विद्यापीठ की बालिकाओं ने योगनृत्य की सुंदर प्रस्तुति और समूह तबला वादन के रंगारंग कार्यक्रमों के साथ योग पर छः माह का सर्टिफिकेट कोर्स का शुभारंभ हुआ। इसमें स्नातक, स्नातकोत्तर, अध्ययन तथा पीएचडी करने की सुविधा उपलब्ध होगी। योग के साथ सेल्फ डिफेंस के लिए मार्शल आर्ट्स भी सिखाया जायेगा।
शुभारंभ अवसर पर कलेक्टर श्री पी.एस. एल्मा, स्वामी व्यप्तानन्द जी महाराज, सचिव रामकृष्ण मिशन आश्रम नारायणपुर मंच पर विराजमान थे। स्वामी अनुभवानन्द जी महाराज, सह-सचिव रामकृष्ण मिशन आश्रम स्वामी कृष्णामृतानन्द, प्राचार्य, रामकृष्ण मिशन विवेकानंद विद्यापीठ, उप-प्राचार्य स्वामी चिदविलासानन्द, कलकत्ता से आये योग प्रशिक्षक श्री सुजय सेन, मार्शल आर्ट्स प्रशिक्षक श्री शंकर मिस्त्री मौजूद थे।
प्राचार्य स्वामी जी ने स्वागत भाषण में योगा कोर्स के बारे में बताया तथा भविष्य में होने वाले और भी कोर्स के बारे में जानकारी दी। योग प्रशिक्षक तथा मार्शल आर्ट्स प्रशिक्षक ने अपने-अपने विषय की जानकारी दी। कलेक्टर श्री एल्मा ने कहा कि योग का उददेश्य योग संबधी जागरूकता, प्रचार-प्रसार एवं शिक्षा को बढ़ावा देना है ताकि लोग बाल्यावस्था से आजीवन योग को जीवन का हिस्सा बन सके। उन्होंने कहा कि विष्वविद्यालय द्वारा शुरू किए गये योग पर छः माह का सर्टिफिकेट कोर्स युवाओं को योग जैसी प्रतिस्पर्धात्मक आयोजन में भागीदारी को बढ़ावा देगा, ताकि राज्य के युवा शारीरिक सौष्ठव एवं शारीरिक कौशल प्रदर्शन के राष्ट्रीय/अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर उत्कृष्ट प्रदर्शन का राज्य को गौरवांवित कर सकें ।
इस पाठ्यक्रम में योग के विभिन्न सिद्धान्तों एवं प्रयोगात्मक शिक्षा प्रदान की जायेगी। इस पाठ्यक्रम की रूपरेखा दो स्तरों में तैयार किया गया है –
नारायणपुर के किसी भी विद्यालय के कक्षा 9वी तथा 11वी में अध्ययनरत बालकों के लिए (निःशुल्क) है। कक्षा 9वी तथा 11वी के अध्यनरत विद्यार्थियों के लिए प्रधान अध्यापक महोदय का अनापत्ति प्रमाण पत्र तथा आवेदन में अभिभावक के हस्ताक्षर अनिवार्य है। आश्रम के कर्मचारियों, शिक्षकगण तथा नारायणपुर वासियों के लिए (सम्पूर्ण पाठ्यक्रम हेतु नाममात्र शुल्क हैं।) छःमाही सर्टिफिकेट कोर्स अगस्त 2019 से फरवरी 2020 तक होगा। वर्तमान में यह पाठ्यक्रम केवल पुरूष प्रवेशार्थियों के लिए है
आश्रम के सचिव ने कहा कि यह विष्वविद्यालय नारायणपुर वासियों के लिए नहीं न बस्तर वासियों के लिए अपितु पूरे छत्तीसगढ़ के विद्यार्थियों के लिए होगा। यहाँ कोई जात-पात नहीं देखा जाएगा। योग के बारे में महाराज जी ने कहा कि पतंजलि योगसूत्र में जो मन की वृत्तियों को कैसे हम नियंत्रण में लाये इस बारे में सुंदर रूप से बताया गया है। योग के ऊपर विद्यार्थी स्नातक, स्नातकोत्तर तथा पीएचडी भी कर सकेंगे। महाराज जी ने और भी कोर्स अगले सत्र से शुरू करने के बारे में जानकारी दी। जैसे कृषि, आपदा प्रबंधन, सामाजिक विज्ञान, खेल विज्ञान इत्यादि। कार्यक्रम में क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, पत्रकारगण, गणमान्य नागरिक तथा बड़ी संख्या में आश्रम के बच्चे तथा समस्त कर्मचारी उपस्थित थे।