क्या रवीश जी गोदी में बैठेंगे या फिर पूंजीवाद की छौंक को खांसकर टाल देंगे?
-विशाल झा की कलम से-
Positive India:Vishal Jha:
रवीश जी के लिए गोदी तैयार है। क्या रवीश (Ravish) जी गोदी में बैठेंगे या फिर पूंजीवाद की छौंक को खांसकर टाल देंगे?
पैर के नीचे से जमीन खिसकना, मुहावरा शायद इतना सटीक और कहीं बैठा हो। रवीश कुमार देश की धारा के विपरीत जाकर धंधा रोजगार पैदा करने वाली पूंजीवाद को लगातार गाली देते रहे। वही पूंजीवाद उनके पैरों के नीचे से जमीन कैसे खींच ली उन्हें पता तो चल ही गया होगा।
मैं रवीश कुमार का लगातार टाइमलाइन चेक कर रहा हूं। उनकी पहली प्रतिक्रिया देखना रोचक रहेगा। 5 साल पहले की एक प्राइम टाइम वीडियो पोस्ट किए हैं रवीश जी देख कर ऐसा लग रहा जैसे कोई पागल आईने में अपनी सूरत देखकर बातें कर रहा हो।
वैसे प्राइम टाइम की टीआरपी आज अच्छी रहेगी। जीरो से ऊपर रहेगी। सूरत देखना चाहिए उसकी पैरों तले जिसके जमीन ना हो।
साभार:विशाल झा(ये लेखक के अपने विचार हैं)