योगी द्वारा लाये जनसंख्या नियंत्रण बिल से तुष्टीकरण के रहनुमा विपक्षी खेमों में क्यों मची खलबली?
इस कानून के प्रभावी होने के कारण निजामे मुस्तफा का सपना गजवाये हिंद बेमौत मर जायेगा।
Positive India:Ajit Singh:
विश्व जनसंख्या दिवस पर माननीय कोर्ट के निर्देश पर गठित विधि आयोग के चेयरमैन रिटा.जस्टिस ए.न.मित्तल की सिफारिशों के आधार पर योगी सरकार द्वारा लाये जा रहे जनसंख्या नियंत्रण बिल के ड्राफ्ट को लेकर जितनी छटपटाहट जेहादियों के कबीले मे मची है उससे कम बिलबिलाहट तुष्टीकरण के रहनुमा विपक्षी खेमे मे नही है…तभी सभी मिल कर जनसंख्या नियंत्रण बिल को इस तरह हव्वा बना कर पेश कर रहे है कि यह केवल मुसलमानो की आबादी रोकने के लिये है…जबकि यह कानून किसी विशेष के लिये नही बल्कि यूपी के सभी नागरिको के लिये है…..यह कानून के रूप मे आना नितांत आवश्यक है…क्योंकि जहां देखिये…अस्पताल से लेकर कोर्ट तक…सड़क से लेकर बाजार तक…हर तरफ भीड़ ही भीड़ है…हर जगह मारामारी है….इसके पीछे का कारण केवल अनियंत्रित जनसंख्या है….पानी से लेकर संसाधनो तक…सरकार की योजनाओं से लेकर आवश्यक जीवनपयोगी वस्तुओं तक के लिये लम्बी लम्बी लाइने….इसके पीछे भी कारण है…जनसंख्या की बढ़ोत्तरी…सीमित संसाधन और पाने के लिये असीमित हाथ….जरा सोचिये कि क्या ऐसी परिस्थितियों मे जनसंख्या को नियंत्रित करना जरूरी नही है??
दुनिया के अनेक देशों मे जनसंख्या नियंत्रित करने के कानून हैं…यहां तक हमारे देश मे भी दशकों से हम दो-हमारे दो का नारा कांग्रेस लगा रही है..इसी के तहत सत्तर के दशक मे जबरन नसबंदी कराई गई…अब ये अलग बात है कि उस समय इंदिरा गांधी के नेतृत्व मे हिंदुओं का ही बधियाकरण एक सोची समझी साजिश के तहत किया गया था……गौर करने वाली बात तो यह है कि अब उसी कांग्रेस के नेतृत्व मे विपक्ष और मुसलमान हल्ला क्यों मचा रहे है…..इसका उत्तर बड़ा सीधा सा है.. क्योंकि इस कानून के प्रभावी होने के कारण निजामे मुस्तफा का सपना गजवाये हिंद बेमौत मर जायेगा..सदियों से देखा जा रहा मजहबी ख्वाब टूट जायेगा….अभी तक खर्च किये गये खरबों डालर,दीनार मिट्टी मे मिल जायेंगे….ऊपर से मोदी द्वारा जल्द लाये जाने वाली समान नागरिक संहिता….माने हरे टिड्ड़ों के गजवाये हिंद वाले ख्वाब पर दो दो चोट…बेचारे बिल्कुल बर्दाश्त नही कर पा रहें हैं….इस पर खांग्रेस वाली मैडम और विपक्ष तो केवल और केवल तुष्टीकरण के लिये रूदाली बन कर सियापा कर रहा है….!
सभी जानते है कि षड्यंत्र के तहत जनसंख्या विस्फ़ोट कौन कर रहा है?
योगी सरकार जो जनसंख्या नियंत्रण कानून ला रही है वो तो सभी धर्मों पर लागू होना है,फिर जनसंख्या नियंत्रण बिल का विरोध मात्र मुसलमान ही क्यो कर रहे है?
अब इसका तो यही मतलब क्यों न निकाला जाय कि ये लोग एक सोची समझी साजिश के तहत जनसंख्या बढ़ाकर गज़वा-ए-हिन्द वाले एजेंडे पर काम कर रहे हैं…जिसमे जनसंख्या नियंत्रण कानून बाधक बन रहा है…तभी तालिबानी सोच वाला पूरा कबीला परेशान है…..दरअसल असलियत ये है कि उनके सड़कछाप व्यवसाय से उन्हे मुक्त करके शिक्षित करने वाला कानून उन्हे नही चाहिये…उन्हे मजहब के बदले सहूलियत नही चाहिये…वो किसी राष्ट्र की सीमाओं को न तो मानते हैं और न ही दुनिया को हरी चादर के नीचे ढ़ंकने के अपने एकमात्र लक्ष्य से पीछे हटना चाहते हैं…मानसिक रूप से विशेष मजहब के गुलाम रोबोटों से किसी नियम,कानून और संवेदना की अपेक्षा केवल मूर्खता है…..वो सरकारी सुविधाओं का लाभ केवल अपने मजहबी स्वार्थ के लेकर उसी सरकार के पीठ पर चोट करने को शवाब मानते हैं…इसलिये आप उन्हे मुफ्त मे अच्छे स्कूलो मे एडमीशन दे दें….लेकिन वो मदरसों की मजहबी पढ़ाई करना भूलेंगे नही….क्योंकि उनकी मंशा गजवाये हिंद की है..इसलिये उन्हे हिंदुओं के हर व्यवसाय पर कब्जा चाहिये…उन्हे लव जेहाद के नाम पर अपनी मजहबी आबादी बढ़ाना है…लैंड जेहाद के नाम पर जमीन कब्जा करना है…जुमा के दिन सड़को पर भारी भीड़ बना कर नमाज पढ़ कर हिंदुओं के अंदर भय पैदा करना है….और ये सब साजिशे तभी परवान चढ़ेंगी,जब जनसंख्या बढ़ेगी…इसीलिये जनसंख्या नियंत्रण कानून के काण इस हरी कौम के पेट मे भयानक दर्द हो रहा है….!!
अब याकूब मेमन पर रोने से लेकर आजाद मैदान पर उपद्रव करने वाली यह धोखेबाज प्रजाति और इसके समर्थक जम कर ड्रामा करेंगे..इस हरी प्रजाति का एक वर्ग अपने चेहरे पर गम की चादर ओढ़ कर विक्टिम कार्ड खेलेगा,जिसको सपोर्ट देश का घटिया विपक्ष,अर्बन नक्सली और मीडिया के पेड भांड करेंगे…दूसरा वर्ग अलतकिया यानी मीठी मुस्कान के साथ कुतर्क करेगा….तीसरा बड़ा वर्ग जो सबसे सूतिया है,वो सड़कों पर उतर कर विरोध करके लतियाया जायेगा फिर उनके मदारी यानी टूलकिटिये पूरी दुनिया मे योगी जी की तस्वीर बगदादी के रूप मे बनाये जाने के लिये रूदालियों को भी मात देने वाला रूदन करेंगे……!!
अब देखना है कि इन ड्रामेबाजों की नौटंकी को देख कर देश और धर्म से प्यार करने वाले योद्धा प्रिंट मीडिया,टी.वी.मीडिया,सोशल मीडिया से लेकर नुक्कड़ों तक फैलाये जा रहे नैरेटिव पर कैसी प्रतिक्रिया देंगे…कैसे इनका मुकाबला करेंगे…क्योंकि मोदी,योगी को जो करना है…वो तो उसे करेंगे ही…लेकिन सहिष्णुता और सेकुलरता के मारे काफिरों की नीति क्या होगी…यह सोचने वाला विषय है…क्योंकि मोदी और योगी विरोधी ताकते तो खुल कर सक्रीय हो चुकी हैं…..सवाल तो यह है कि आप कब उठ कर अपनी आँख खोलेंगे……….आपको झझकोरना मेरा काम है….वो नि:स्वार्थ कर रहा हूं…बाकी आप जाने ..आपका काम…!!
#वंदेमातरम्
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साभार:अजीत सिंह-(ये लेखक के अपने विचार हैं)