यूक्रेन में बच्चों की सुरक्षा को ले कर विघ्न संतोषियों की आत्मा अचानक फिर क्यों जाग गई ?
-दयानंद पांडेय की कलम से-
Positive India:Dayanand Pandey:
विघ्न संतोषियों की आत्मा अचानक फिर जाग गई है। इन की संवेदना की छाती में दूध उफना गया है। यूक्रेन में बच्चों की सुरक्षा को ले कर। इन हिप्पोक्रेट को नहीं मालूम कि देश में एक मज़बूत और सुरक्षित सरकार है। दुनिया में कहीं भी किसी भारतीय का बाल-बांका नहीं हुआ कभी। अभी भी नहीं होगा। फिर यूक्रेन तो मुस्लिम देश भी नहीं है। इराक , चीन और अफगानिस्तान से एयर लिफ्ट किए गए भारतीय भूल गए हैं यह नाशुक्रे। जुलाई , 2014 में इराक में आइएसआइएस के आतंकियों की कैद से 46 भारतीय नर्सों के मौत के मुंह से निकाल कर एयरलिफ्ट किया गया था। मार्च , 2020 में कोरोना से घायल चीन के वुहान से सभी बच्चों को एयर लिफ्ट किया गया।
अभी अगस्त , 2021 में अफगानिस्तान से एयर लिफ्ट कर लाए गए भारतीयों की भी याद नहीं आई इन हिप्पोक्रेटों को। फिर अभी दो दिन पहले ही यूक्रेन से भी बच्चों को एयरलिफ्ट कर लाया गया है। युद्ध के हालात देखते हुए आज एयर इण्डिया का विमान बिना लैंड किए यूक्रेन से लौट आया। रुस के राष्ट्रपति पुतिन से आज हुई बात में पहली बात यूक्रेन से लिफ्ट कर बच्चों को लाने की ही हुई है। लेकिन इन वैचारिक कोढ़ियों को सर्वदा एक छेद खोज कर भारत को गरियाने की लत लग गई है। भारत को अपमानित करना इन की बीमारी है। इस एक बीमारी का इलाज भी बहुत ज़रुरी है। हर बात में गाय का मांस खाने का अभ्यास हो गया है इन को। भारत को कैसे दुनिया में नीचे दिखाया जाए , यही इन का लक्ष्य होता गया है।
साभार:दयानंद पांडेय-(ये लेखक के अपने विचार हैं)