सो काल्ड सेक्यूलर सोल्जर ऊर्फ वामपंथी अजब शै क्यो हैं ?
-दयानंद पांडेय की कलम से-
Positive India:Dayanand Pandey:
यह सो काल्ड सेक्यूलर सोल्जर ऊर्फ वामपंथी भी अजब शै हैं। क्या मजाल है कि कभी आई एस आई , आई एस आई एस पर लब खोलें। कभी इस्लामिक आतंक के खिलाफ लब खोलें। कभी कश्मीर पर तो छोड़िए यूरोप , अमरीका , फ़्रांस कहीं भी किसी आतंकी घटना पर भी लब खोलें। बात बेबात किसी एक हत्या पर कोहराम मचाने वाले यह लोग कभी इस्लामिक नरसंहार पर नहीं बोलते। फ़्रांस मसले पर भी इन के लब खामोश हैं। फ़्रांस के राष्ट्रपति मैक्रो ने एक सैल्यूटिंग काम किया है। बिलकुल अहिंसात्मक ढंग से। दुनिया भर के लिए एक मॉडल पेश किया है। इस पर भी इन के लब खामोश।
भारत के लीगी मुसलमान इस मसले पर देश में आग लगाने पर आमादा दीखते हैं। म्यांमार हो या फ्रांस कहीं भी कुछ हो , भले वहां मुसलमान आतंकी और असभ्य हरकतें करते रहें , सो काल्ड सेक्यूलर सोल्जर ऊर्फ वामपंथी के लब सिले रहते हैं उलटे भारत के लीगी मुसलमान प्रतिक्रिया में देश में आग लगाने पर आमादा हो जाते हैं। अपनी भरसक लगा भी देते हैं। पर सो काल्ड सेक्यूलर सोल्जर ऊर्फ वामपंथी फिर भी लब सिले रहते हैं। मुंबई बम विस्फोट हो , 26 /11 हो या लाल किला , संसद या देश में कोई भी आतंकी घटना सेक्यूलर सोल्जर ऐसे डुबकी मार जाते हैं गोया कहीं कुछ हुआ ही न हो।
गौरतलब है कि आतंकी , नक्सली आदि लोग भी बदले में सो काल्ड सेक्यूलर सोल्जर ऊर्फ वामपंथी लोगों के प्रति सर्वदा सहिष्णु बने रहते हैं। कभी इन्हें भूल कर भी इन्हें अपने निशाने पर नहीं लेते। कभी किसी आतंकी ने , किसी नक्सली ने किसी सो काल्ड सेक्यूलर सोल्जर ऊर्फ वामपंथी को कभी निशाने पर लिया हो तो कोई बताए भी। हां , देश कैसे भी सही अस्थिर हो , समाज में कैसे नफरत की नागफनी उगती रहे , हरचंद इन के लब खुले दीखते हैं।
साभार:दयानंद पांडेय-रिपोस्ट(ये लेखक के अपने विचार है)