विपक्ष ने अब गाली देने से आगे बढ़ कर मोदी को मौत की धमकी देना क्यो शुरू कर दिया?
-अजीत सिंह की कलम से-
Positive India:Ajit Singh:
2024 का चुनाव को लेकर भले ही आपको लगता है कि अभी आम चुनाव मे समय है…..लेकिन आपके वोट से बार बार पिट कर बिलबिलाता विपक्ष अब गाली देने से आगे बढ़ कर मोदी को मौत की धमकी देना उसी कुटिल किंतु भयावह राजनीति का हिस्सा है,जिसकी तैयारी लगातार दो बार से पिट रहा विपक्षी खेमा अभी से कर रहा हैं…तो आपको भी चाहिये कि उन्हे एक बार फिर पटखनी देने की तैयारी अभी से कर लें……है कि नही दोस्तों!
यह भी जान लीजिये कि टूलकिट गैंग,डिजाइनर बुद्धिजीवी गिरोह,लुटियन लॉबी के ठेकेदार,बड़की बिंदी वाला मोर्चा,एवार्ड वापसी वाले कथित बौद्धिकों का तबका और किसानो के वेश मे छिपे देश विरोधी तत्वों का मोर्चा एक बार फिर जल्दी ही सक्रीय होने जा रहा है…….उसकी दलाली की दुकान बंद हो चुकी है…वो कुनबा पिछले आठ साल से भूखा है….वो गुजरात की प्रचंड जीत से सतर्क होकर इस बार अंतिम लड़ाई के लिये कमर कस चुका है….तभी मोदी ने संकेत देते हुये गुजरात विजय के दिन सांकेतिक रूप से न्युट्रल और ठेकेदार शब्दो को बता कर इन दोगलो के मन मे पनप रही साजिश को बताया है…!
बात यहीं से प्रारम्भ कर रहा हूं कि…मै जानता हूं कि आजकल देश के वायुमंडल मे मोदी के व्यक्तित्व को लेकर बहुत सी भ्रम पैदा करने वाली देशी-विदेशी शक्तियां प्रभावी है….मै यह भी जानता हूं कि मेरी बात बहुत से लोगो को अतिवाद लगेगी…..यहां तक जानता हूं कि बहुत से लोगो की आलोचना का केन्द्रबिंदु बन सकता हूं…..लेकिन फिर भी मानूगा नही… कहूंगा भी…और लिखूंगा भी…!!
भाईचारा वाली अफीम के कारण दशकों से चारा बनते बहुत से सनातनी भाई अब उसकी पिनक से बाहर निकल चुके है…उनको अब समझ मे आ चुका कि गुलाबो चिच्चा के इजाद किये गये इसी हिंदू मुस्लिम भाई भाई नशीले नारे ने उन्हे उनके पूर्वजो के इस्लाम से निरंतर लड़ने वाले जज्बे को न केवल भुला दिया बल्कि पंच प्यारों के पराक्रमी गुरूओं की वो सलाह भी विस्मृत करा दिया कि न तो विधर्मी अपने रक्त जनित कुकर्म छोड़ सकते है और न ही वो किसी के भाई हो सकते है और न ही उनकी सोच किसी देश की सीमाओं से बंधी है…उनका सपना तो पूरी पृथ्वी पर राज करने का है..!!
मै सेकुलर मानसिकता वाले दोगलो की बात तो नही करूंगा……मै बात करना चाहता हूं हमारे ही समाज मे कुम्भकर्ण के वंशजो के रूप मे जो सांस ले रहे है जिन्हे इस्लाम का रूप बदलता जेहाद नही दिख रहा है……..जो रह रह कर सनातन राष्ट्रवाद की राह मे अकारण अवरोध बन कर अपने कथित बौद्धिक होने का सबूत देते रहते हैं….. जी हां सही कह रहा हूं…..मै उनकी बात कर रहा हूं जिन्हे अभी भी घात लगाये भेड़िये नही दिख रहे हैं…जिन्हे आज भी गंगा जमुनी तहजीब वाले खोखले स्लोगन पर भरोसा है तो उनका मालिक केवल भगवान है…..बाकी लोग तो अपने हिस्से की लड़ाई लड़ ही नही रहे है वरन् सनातन राष्ट्रवादी की विरोधी ताकतों को मुंहतोड़ जवाब भी दे रहे है……यहां यह कहने मे मुझे कोई संकोच नही है कि आज कुम्भकर्णों के वंशज चैन की नींद मे मगन है तो केवल उन्ही के कारण संभव है….जो आज भी नि:स्वार्थ तन,मन,धन से और अपनी योग्यतानुसार हरी आँधी का निडर होकर प्रचंड प्रतिवाद कर रहे है…!!
फिलहाल आप विश्वास नही करेंगे लेकिन फिर भी जान लीजिये कि मोदी की नीतियों से बिलबिलाये गजवा के रहनुमा….अब अप्रत्यक्ष रूप से भारत की संस्कृति,सभ्यता और अखंडता को नष्ट करने के लिये ऐलान ए जेहाद कर चुके है….उनका एजेंडा लव जेहाद,भूमि जेहाद,ट्रक जेहाद,भाषा जेहाद,रेप जेहाद से होता हुआ अब अकल्पनीय और बहुरूपी जेहाद मे बदलता जा रहा है…जो कभी भी किसी रूप मे सामने आ सकता है……..जैसे जैसे हम कानून को और कठोर करेंगे………….इन जाहिल जेहादियों की नस्ल अपने जेहाद का नया रूप देकर सामने आयेंगे…क्योंकि समझ तो हाड मांस से बने मानव मे होती है लेकिन जो मानव रूप मे पैदा होकर धर्मांधता मे पागल हो चुके है और जिनका लक्ष्य केवल दुनिया मे निजाम ए मुस्तफा लाना है उन ब्रेनवाश्ड विक्षिप्तो से केवल कानून के डंडे से निपटना संभव नही है…..इसी बौराये जेहाद का प्रबल और प्रचंड विरोध करते विश्व के अन्य देशो को देखिये तो समझ मे आ जायेगा कि इनका इलाज केवल कुछ ग्राम पीतल मे छिपा है……जो इनके स्वराज मे ढकेल देने पर ही इनका भूत ए गजवा उतर जाता है……इस मामले मे दक्षता रखने वाले और अपने अगल बगल गजवा के बड़े बड़े दैत्य सरीखे इस्लाम के मठाधीशों सल्तनतो से घिरे इजरायल से सीख लेना चाहिये कि इनके हिलते ही, इसरायल इनके पिछवाड़े किलोभर पीतल जब ठूंस देता है तो देखने लायक तस्वीर होती है कि ये भेडिये से भेड़ कैसे बन जाते है……….लेकिन अपने देश मे गुलाबो और उसके वंश ने इनके मनोबल और इनकी संख्या बढ़ा कर इनको बहुत मजबूत कर दिया है……………सरकार द्वारा ऐसा करना संभव नही है…खैर सरकार समय आने पर अपना करेगी ही लेकिन अब देश के बहुसंख्यक समाज को भी इनका सामाजिक,आर्थिक और बहिष्कार ही नही किया जाना चाहिये…. बल्कि हमेशा संगठित होकर इन्हे मुंहतोड जवाब देना चाहिये……सोशल मीडिया के योद्धाओं को भी इनको नंगा करके इनकी पोल देश के सामने लगातार खोलते रहनी होगी..!!!
असल मे हमारे यहां दो सभ्यताओं के बीच अभी तक अस्तित्व और अस्मिता का जो ढका छिपा संघर्ष चल रहा था वो अब मोदी के पुनरागमन के कारण खुल कर सामने आ चुका है……….इसी कारण बार बार कह रहा हूं कि उतावले पन मे विपक्ष की भूमिका मत निभाइये बल्कि मोदी को समझिये,उनकी नीतियो,उनके एजेंडे को जानने का प्रयास करिये..या फिर वो करिये जो आपका मन करे…..लेकिन जान लीजिये कि फिर पछताने का भी समय नही मिलेगा!!
अंत मे मै केवल इतना कहूंगा,आप माने या न माने यह आपके ऊपर निर्भर है…….लेकिन जान लीजिये सफेद दाढ़ी और 56″ सीने वाले बन्दे को हम 20 साल से जानते हैं,लेकिन पिछले 8 साल से इस बंदे पर निगाह बनाये रखे हैं,हमे ऐसा कुछ भी नही मिला जिससे मोदी की ईमानदारी,राष्ट्रभक्ति और धर्मनिष्ठा पर ऊंगली उठाई जा सके……..जहां तक मै समझ पा रहा हूं यह विषैले वृक्ष की जड़ में उसी तरह का मट्ठा डालना शुरू कर दिया है जैसे उन्होने भाईचारे और गंगा जमुनी तहजीब वाला अफीम मिला छाछ पिला कर हमे दशको…या कहें सदियों तक निंदिया रानी की गोद मे डाल दिया था…… बस देखते जाइये…बहुत कुछ होने वाला…..अभी तो लगभग सवा साल बचा है…..मोदी दूरदृष्टा है वो भावुक भारतीय जनमानस को अच्छी तरह से समझते है…..इस समय वो बहुत बड़ा खेल खेल रहे हैं….तभी दूसरी पारी G20 से शुरू करके अपने सटीक एजेंडे के तहत कदम बढ़ा दिये हैं…ये उनकी खास नीति का हिस्सा है…ऐसे ही वे अभी बहुत कुछ ऐसा कह और कर सकते है जिससे आपका मुंह फूल जायेगा….लेकिन उन पर कोई फर्क नही पडेगा क्योंकि वे अपनी आगे की योजनाओं की ज़मीन तैयार कर रहे हैं…गुजरात के दंगो की बदनामी और आरोप झेलने वाले महानायक ने अंतराष्ट्रीय स्तर पर मुस्लिम विरोधी इमेज से बाहर निकलने की दिशा में कामयाबी हासिल कर ली है….ऐसे समय में छोटी बड़ी घटनाओं बाधाएँ से वे टस से मस नही होने वाले हैं…आप क्रास,जकात और विपक्षी साजिश के शिकार होकर चाहे जितना छाती पीटें… !!
राज्यसभा में बहुमत आने तक मोदी अपने उसी गुप्त राष्ट्रवादी एजेंडे पर निर्विवाद आगे बढ़ते रहेंगे,जिससे आपको परेशानी या भ्रम हो सकता है………………….दरअसल असली समस्याओं सुलझाने का खेल तब शुरू होगा..जम्मू कश्मीर में परिसीमन के बाद ही वहां बीजेपी सरकार बनाने का वो रास्ता साफ होगा……जिस दिन परिसीमन के बाद चुनाव होगा…यकीन करिये उस दिन के बाद से जम्मू/कश्मीर को गजवा के लिये दोजख बनाने वाली हरी आँधी के सपनो का उल्टी गिनती शुरू हो जायेगी……. उसके बाद तो फिर निष्कंटक रूप से मोदी कामन सिविल कोड,जनसंख्या नियंत्रण कानून, की बाबत बचे कार्यकाल मे पारिणामिक निष्कर्ष वाले अपने मूल एजेंडे पर कदम बढ़ा कर निर्बाध रूप से काम करना शुरू करेंगे….ऐसा मै सोच रहा हूं!!!
आपने मोदी को मन से चुना है तो फिर आराम से उन्हें काम भी करने दीजिए…..मोदी की अबूझ नीतियों से विचलित होकर मुंह फुलाये फुफ्फा जी मत बनिये……आप केवल गजवा के हिंसक दरिंदो और मिशनरी के खतरनाक साजिशों को लोकतांत्रिक मन से जवाब देकर उन्हे अपने जागृत होने का प्रमाण दीजिये….क्योंकि आपकी जागरूकता ही मोदी की ताकत है….फिर आपने ही तो कहा है कि मोदी है तो मुमकिन है………वो जो कर रहे हैं उन्हे ठंड़े दिमाग से करने दीजिये…….आप बस समय आने पर अपना काम गुजरात की तरह ही करते रहिये…यही एकता हमारी ताकत होना चाहिये…….!!!
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साभार:अजीत सिंह-(ये लेखक के अपने विचार है)