www.positiveindia.net.in
Horizontal Banner 1

दुमका की बिटिया को जेहादी शाहरूख ने क्यो जला कर मार दिया ?

-अजीत सिंह की कलम से-

Ad 1

Positive India:Ajit Singh:
झारखंड के दुमका की बिटिया को जेहादी शाहरूख ने जला कर मार दिया…..मतलब कि अगर लव जेहाद मे फंसी तो सूटकेस मे पैक मिलेगीे……न फंसे तो जला दी जायेगी…….वास्तव मे यही मजहबी गंगा जमुनी तहजीब की असलियत है…यही चाशनी मे लिपटे भाई चारे की सच्चाई है….लेकिन अभी भी कुछ हिंदुओं को इन मजहबी मगरमच्छों के जहरीले दांत नही दिख रहे हैं…!!

Gatiman Ad Inside News Ad

दो कौड़ी के अखलाक,तबरेज और जुनैद के लिये रूदाली रूदन करने वाले तमाम गिरोह शांत हैं…सिलाई मशीन बांटने वाले,करोड़ो देने वाले,फ्लैट देने वाले,बाटला पर रात भर रोने वाले राजनैतिक गैंगों के मुंह मे दही जम गया है…छोटी छोटी बातों पर पैसों पर बिक कर पूरा दिन पकाने वाले TRP के गिद्धों के हर छेद बंद है….कही से कोई आवाज नही आ रही है…जानते हैं क्यो???

Naryana Health Ad

क्योंकि वो बहादुर बेटी सनातनी थी,जिसको मालूम था जिहादियो की असलियत….इसलिये वो मजहबी जेहादी के जाल मे नही फंसी….लेकिन उस बलिदानी बिटिया को यह नही मालूम था कि वह झारखंड की उस नपुंसक सरकार मे रह रही है,जिसकी नकेल हिंदुओं को भगवा आतंकी साबित करने मे मरी जा रही फिरंगन के हाथ मे है…बहरहाल इस घटना से अगर इस घटना की हिंदू समाज अनदेखी करके एक बार फिर कोई सबक नही लेगा तो परमात्मा ही जाने क्या होगा?

खैर..एक बात और बताता हूं…डरा नही रहा हूं….सच बता रहा हूं कि,ऐसी किसी घटना का कोई विरोध किया जायेगा तो जान लीजिये कि एक पूरा का पूरा संगठित सिस्टम एक्टीवेट हो जायेगा..उस संगठित इकोसिस्टम के बारे मे जान लीजिये कि वो इकोसिस्टम चार ग्रुप में काम करता है और यह बात हर हिंदू को समझनी और समझानी चाहिए…!

पहला ग्रुप जो गैर इस्लामियों को कत्ल करता है..रेप और लव जेहाद व दंगा फसाद करता है और भीडतंत्र के सहारे सरकार को मजबूर करने की कोशिश करता है..CAAसे लेकर तीन तलाक तक….370 के समाप्त होने से लेकर शाहीन बाग तक…….जुमा के दिन पत्थरबाजी से लेकर बेवजह नूपुर के बयान को लेकर भड़कने तक…यही मजहबी ताकत दिखाने की न कोशिश की गई वरन् हिंदुओं को भड़काने का किया प्रयोग उदाहरण है………यह सिलसिला समाप्त नही होने वाला है….!

दूसरा ग्रुप मवेशी,हामिद अंसारी जैसे या आपके गली मोहल्ले के नेता और जावेद अहमद,फैसल,नूर मोहम्मद जैले डुमका के DSP या काले तिरपाल वाले बड़के या मझले मजहबी साहबों का होता है… जो पहले दंगाई ग्रुप के हर काले कारनामे को छुपाकर उन्हें प्रशासनिक,न्यायिक मदद करता है….तीसरा जबरदस्त ग्रुप वो होता है जो फायनेंसर का काम करता है…यही मजहबी रीढ़ की हड्डी होता जिनमे आमतौर पर विदेशी फंडिंग हासिल करने वालो के साथ देसी और लोकल बिजनेसमैन,मदरसों,मस्जिदों के मौलवी होते हैं जो मोटी रकम उपलब्ध कराते हैं जिससे इनको क्राइम करने की हिम्मत मिलती है और इन सबमे सबसे ख़तरनाक हरे टिड्डों का मीडिया और आइ टी सेल होता है,जो अनगिनत फेक आई.डी. से इन जेहादियों के सारे काले कारनामे न केवल छुपाते हैं बल्कि उसको फेक आडियो,वीडियो और जाली खबरो को पोस्ट करके कवर फायर देते हुये सूतिये और फट्टू हिंदुओ को न केवल बहकाते है बल्कि जब इनके एक्शन का रिएक्शन दूसरे धर्म के लोग देते हैं तो ये लोग विक्टिम वाला प्रसिद्ध मजहबी ट्रम्प कार्ड खेलकर दुनिया भर में दिखाते हैं कि भारत में मुसलमानों पर ज़ुल्म हो रहा है और फिर इस्लामिक जगत का समर्थन हासिल करने का प्रयास करने लगते हैं…..अंत मे आपके समझने वाली बात है कि इनके दंगा फसाद करने वाले ग्रुप में ही कुछ ऐसे अलतकिया वाले टिड्डे भी होते हैं जो मुंह मे किलो भर चाशनी भर कर गैर इस्लामियों से भाईचारा निभाने की बात करने लगते हैं…ऐसे मजहबी लोग एक्शन के किसी रिएक्शन के वक्त तुरंत सामने आते हैं और जुर्म करने वाले को गंगा जमुनी तहजीब के पीछे छुपाने लगते हैं….झारखंड का शाहरूख हो या किसी दूसरे जिहादी के गिरफ्तार होने बाद ध्यान दीजिये कि उसके चेहरे पर किसी अन्य अपराधी की तरह घबराने,डरने,पछताने और अपने भविष्य को लेकर चिंतित होने की जगह हंसी या मुस्कराहट होती है….दरअसल उस अपराधी के आत्मविश्वास के पीछे यही संगठित मजहबी ग्रुपों की ताकत होती है जो एक दूसरे से जुड़े रहते हैं…….वो जानता है कि उसके पीछे कितना ताकतवर और कितना संगठित मजहबी गिरोह खड़ा है….जो उसे बचा लेगा….!!!

फिलहाल…अंत मे इतने के बाद भी सनातनी कुम्भकर्णों से कहूंगा कि देखो कि कितने संगठित और खतरनाक दरिंदो से संघर्ष चल रहा है……अगर तुम्हारी लड़ने से फटती है तो सेकुलरिज्म,कुम्भकर्णिज्म और लिबरिज्म का चोला ओढ़ कर अपनी मां के दूध को शर्मिंदा करके इसी तरह चुप रह कर सहते रहो…………………………..लेकिन अगर रगों मे भगवा रक्त बह रहा हो तो कम से कम मनसा,वाचा,कर्मणा उठ कर अपने सनातन के साथ जिस भी काबिल हो,तो खड़े होकर समर्थन तो करो….वरना कुम्भकर्णों तुम्हारी संतति जब सवाल पूछेगी तो शायद लाज के मारे मर जाओगे…..लेकिन जान लो…ये तब होगा,जब बतौर हिंदू बचे रहोगे…सोचना,जो मै कह रहा हूं…चिंतन करना कि देश और धर्म को लेकर कितने गंभीर हालात चल रहे हैं…..एक अकेला मोदी हमारी आशाओं का केंद्रबिंदु है….कम से कम उनको बचा कर,संजो कर रख लीजिये…क्योंकि आने वाला समय बेहद डरावना दिख रहा है….इस कालखंड मे हमारी आशाओं के केंद्र नमो और उनके विश्वसनीय सहयोगी ही हमारे लिये इन हरे टिड्डों के आक्रमण पर बुलेटप्रूफ साबित होंगे….न विश्वास हो तो आने वाले समय मे देख लीजियेगा…आप सबको मजहबी जेहादियों की तरह अपनो के साथ निस्वार्थ बस खड़े होना सीखना होगा…….जिस दिन निर्भय होकर खड़े होना सीख लेंगे…..भरोसा करिये……फिर कोई आपको चुटकुले बना कर,पेंटिंग बना कर चुनौती नही दे पायेगा…बाकी बस जय रामजी की !!!!

#वंदेमातरम्
#Ajit_Singh
साभारः अजीत सिंह-(ये लेखक के अपने विचार हैं)

Horizontal Banner 3
Leave A Reply

Your email address will not be published.