सीडीएस बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर का क्रैश होना मात्र दुर्घटना नहीं बल्कि गहरी साजिश क्यों लगती है ?
-अजीत सिंह की कलम से-
Positive India:Ajit Singh:
कल हुआ हादसा बहुत बड़ा और दुर्भाग्यपूर्ण है…जिसमे सेना का एक भरोसेमंद हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया,उसमे CDS विपिन रावत और पत्नी सहित कुल १४ अधिकारी व जवान सवार थे!
हेलीकॉप्टर कुन्नूर के रास्ते वेलिंगटन जा रहा था जो ऊटी मे क्रैश हुआ…इस हादसे मे हमारे वीर जवानो के साथ पत्नी सहित रावत जी भी नही रहे……..MI17 जैसे आधुनिक हेलीकॉप्टर जिसमे पी.म.जैसे VVIP सफर करते हैं,उसका क्रैश हो जाना कोई साधारण घटना नही है…वो भी तब…जब उसमे चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ बैठा हो…….बहरहाल इस दुर्घटना की वृहद जांच चल रही है…दूध का दूध और पानी का पानी भी जल्द हो ही जायेगा…लेकिन पता नही क्यों यह केवल दुर्घटना मात्र है…यह मेरे गले के नीचे कल से नही उतर रहा है…मेरे पास साजिश के कोई सबूत नही हैं…लेकिन पता नही क्यों अंतर्मन इसको दुर्घटना मानने को तैयार नही है……..ढ़ाई दुश्मनो की बात बता कर उनके लिये हर कदम तैयार रावत साहब की मौत कत्तई स्वीकार हो ही नही रही है….बहरहाल सेना का विशेष विमान जिसमें CDS बिपिन रावत मौजूद हों का दुर्घटना ग्रस्त होना क्या आपको भी सीधा सीधा मामला लगता है?
मुझे बिल्कुल नही लग रहा है कि रक्षा मंत्री का कल बयान देने से इनकार कर देना भी क्या साधारण बात थी…?
मोदी जी के नेतृत्व मे कल हुई CCS की बैठक मे NSA का शामिल होना भी बता रहा है कि यह कोई साधारण घटना नही है…!!
देश के रक्षा प्रमुख CDS रावत के हेलीकॉप्टर क्रेश की घटना/दुर्घटना पर आज संसद में रक्षामंत्री का अधिकृत संसदीय बयान जरूर आ गया,मगर फिलहाल जो स्थिति है वो अच्छे संकेत नहीं दे रही है..!!
यदि ये कोई षड्यंत्र है,जिसकी संभावना ज्यादा है तो ये सीधे देश की प्रभुसत्ता और रक्षा तंत्र पर हमला है।
सरकार को इस पर सही स्थिति देश के सामने न केवल रख कर देश के जनमानस को भरोसे मे रखना चाहिये वरन् प्रथम दृष्टया दोषियों को,यदि है तो उन्हे कायदे से सजा देनी चाहिये…वरना वो ताकते देश के हर क्षेत्र मे बिठाये गये अपने किटाणुओं के दम पर फिर से हमे कोई गंभीर घाव दे सकती हैं…क्योंकि सनातन राष्ट्रवाद की वैचारिक अवधारणा को पुनर्स्थापना करने वाले महत्वपूर्ण व्यक्तित्व अक्सर इसी हेलीकॉप्टर से सफर करते हैं….!!
बहरहाल सीमा पर कमांड स्थापित करने के जनरल रावत के दो दिन पुराने बयान और ताजा अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम किसी भी अनहोनी से इनकार नहीं करते हैं…ऐसा मेरा विचार है…!
फिर कह रहा हूं मोदी के नेतृत्व मे हुई CCS की बैठक मे NSA का शामिल होना बता रहा है कि यह कोई साधारण बात नही है…सरकार भी गंभीरता के साथ घटना की तह मे जा रही है…..आने वाला समय बतायेगा कि इस कथित दुर्घटना के पीछे क्या सत्य छिपा है…!!
कोई भी टिप्पणी करने से पहले नीचे मोदी जी की फोटो विशेष कर उनकी आंखो को ध्यान से देखें,जिसमे दुर्घटना की पूरी कहानी साफ दिख रही है..एक मुहावरा हम कहते हैं कि #खून_के_घूँट_पीना..क्योंकि हीराबेन कासपूत शायद जान चुका है कि क्या हुआ था और सही समय पर वह हमला करेगा…मेरे विचार से आम लोगों के दिमाग मे यह एक दुर्घटना के रूप में भले ही दर्ज हो सकता है,लेकिन नमो समझ रहे होंगे कि उनके लिए यह एक खूनी युद्ध के शुरूआती संकेत है।
याद करिये कि रामायण में प्रभूश्रीराम के साथ भी ऐसा ही हुआ था जब लक्ष्मणजी को रावण पूत की एक शक्ति लगी थी…फिर क्या हुआ …दशानन वंश का नाश हो गया था…उसके नाम पर दिया जलाने वाला कोई नही बचा था…!!
राष्ट्रशत्रुओं ने उन दोनो पर बड़े हमले किए है,जो मोदी के दिल के बहुत नजदीक हैं…किसान और फौजी…किसान के वेश मे बैठे दुश्मनो,दलालो को तो धैर्यपूर्वक हैंडल कर लिया लेकिन जवानो के विरूद्ध अगर कोई साजिश रची गई होगी तो गिरवन का यह शेर उन्हे पाताल से खोज निकाल कर निर्मम सजा देगा…!!!
फिलहाल जाने क्यों मेरा मन कह रहा है कि इसमें मैडम फिरंगन,लाल सलाम,जेहादी और चीनी गठजोड़ का हाथ हैं…देखतें है सच्चाई क्या है…जो सामने आयेगी जरूर…ऐसा मुझे भरोसा है…खैर लेखनी रोकने से पहले आपको याद दिला दूं कि जनरल रावत ने ढ़ाई दुश्मनो से तैयारी की बात कही थी….उनमे चीन,पाक के अलावा वही आधा वर्ग है जो कल से हमारे पराक्रमी जनरल के गो लोकवासी होने पर दांत चियार कर हंस कर अपनी जात दिखा रहा हैं…वही दोगले हैं जिनके पिछवाड़े लात पड़ने पर किंकिया कर विक्टिम कार्ड खेलने लगते हैं….!
सोचिये कि कितने भयानक,कुटिल,कपटी और कमीने शत्रुओं के बीच आप घिरे हैं….फिर हमारे एक वर्ग की आँखे अब भी नही खुल रही हैं…!!
अंत मे मेरी अश्रुपूरित श्रद्धांजलि हुतात्माओ के लिये और ग्रुप कैप्टन वरुण जी के लिये परमात्मा से प्रार्थना है कि उन्हे मृत्युंजय होने का आशीष दें,जिससे दुर्घटना की सच्चाई सामने आ सके…!!
#वंदेमातरम्
#Ajit_Singh
साभार:अजीत सिंह-(ये लेखक के अपने विचार हैं)