टेकओवर होते ही पराग अग्रवाल को एलॉन मस्क ने क्यो निकाला?
-विशाल झा की कलम से-
Positive India:Vishal Jha:
टेकओवर होते ही पराग अग्रवाल(Parag Agrawal) को एलॉन मस्क(Elon Musk) ने निकाल दिया है। और भारत में किसी को कोई अफसोस नहीं। ऋषि सुनक ब्रिटिश प्रधानमंत्री बने तो भारतीयों में माहौल सकारात्मक दिखा। जबकि ऋषि सुनक खड़े भारतीय हैं भी नहीं। वहीं पराग अग्रवाल राजस्थान के अजमेर से जन्में हैं। आईआईटी मुंबई से पढ़े हुए हैं।
भारतीय समाज की यही विशेषता है। भारतीय समाज की मर्यादा राष्ट्र के भौगोलिक बंधन से ऊपर है। कर्म और विचार से यदि आप मानवीय हैं तो दूर का भी कोई संबंध जोड़ कर हम अपना लेंगे। लेकिन अपने ही देश में पोषित होकर दुनिया के बड़े पद धारण करने के बाद भी हम आपका आलिंगन नहीं कर सकते, यदि आपका व्यवहार मानवीय नहीं है।
भारत में वैसे ही तमाम विषैले वामपंथी लोग भरे पड़े हैं। अभी जो वक्त चल रहा है एक-एक कर इन विषैले वामपंथियों को शिनाख्त कर एक्सपोज किया जा रहा। विषैलेपन दूर करने करने की यह चेतना ग्लोबल रूप धर रही है। पराग अग्रवाल जब ट्विटर के सीईओ बने थे, भारत के लिए गर्व का विषय था। लेकिन उनके निष्कासन से कोई दुख नहीं है।
डोनाल्ड ट्रंप की ग्रैंड एंट्री हो जाएगी अब। हम कह सकते हैं कि विश्व के सबसे ताकतवर आवाज को दबाने का वामपंथ में गजब की कला है। जो स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति के लिए हमेशा वोक होने की वकालत करता रहता है। इस नैरेटिव की ताकत किसी सुपर पावर सरकारों से भी अधिक होती है। सरकार भले जो बाइडेन की रहे, लेकिन ये विषैला नैरेटिव टूटना चाहिए। चाहे जैसे हो।
साभार:विशाल झा-(ये लेखक के अपने विचार है)