Positive India:Ajit Singh:
देश के 136 साल पुरानी पार्टी के समर्थक और उसके संरक्षक वामपंथी नक्सली कथित विद्वानो ने अपने अस्तित्व को बचाने का एक अन्तिम अभियान छेड कर अपने दल को बचाने के लिये न केवल कुतर्की बयान दे रहे है कि कांग्रेस ने देश को बिजली,सडक,आधुनिक कृषि,टीवी,कम्प्युटर आदि अनादि अनेक चीजे दिये जाने को अपनी उपलब्धि बता कर गिना रहे है…वरन् हिंदू बनने का पाखंड कर रहे हैं….!!!
क्या मतलब है??
क्या आजादी से पहले भारत भूखे,नंगो और भिखमंगो का देश था???
जो इन्होने हमे जीने की वस्तुये दी और हमे जीवन जीने का ढंग सिखाया???
कभी ये नही बताया कि हमसे ले क्या लिया!!!!
हमारा गौरवशाली इतिहास,हमारे स्वर्णिम संस्कार युक्त सभ्यता और प्रगतिवर्धक शिक्षा प्रणाली…सब कुछ तो छीन लिया!!
बताता हूं कि…..न तो हम मोदी को भगवान मानते है और न ही सोच रखते है…हां ये जरूर है कि मोदी आज सनातन राष्ट्रवाद की संरक्षा और सुरक्षा करने वाले सबसे काबिल,योग्य,निर्भीक,विश्वसनीय और ईमानदार व्यक्ति है….
आज के समय मे किसी नेता का नाम बताइये जो मोदी की तरह केवल राष्ट्रहित के संबन्ध मे सोचता है…???
फिलहाल हमको अंधभक्त कह कर तंज कसने वाले चमचो,चापलूसों और चाटुकारों से कुछ सवाल मै आप सब की तरफ से पूछना चाहता हूं कि है औकात तो बताओ कि तुम्हारे शासन मे……
1-भारत यूएन के वीटो पावर वाला स्थाई सदस्य क्यों नही बना??
2- भारत एनएसजी का सदस्य क्यों नही बना???
3- भारत की मुद्रा कमजोर क्यों हुई,जबकि 1947 मे रूपया का मूल्य डालर से अधिक था ???
5- कश्मीर समस्या का समाधान क्यों नही हो सका???
6- कश्मीर से धारा ३७० क्यों नही हटाई गई???
7-कश्मीर के लिये संविधान मे धारा 35 ए चुपके से क्यो बढाई गई???
8- 1971 में पूर्वी पाकिस्तान की आजादी की आड में हुए 200000 मौतों और 18000 हिन्दू महिलाओं के बलात्कार का जिम्मेदार कौन और उसको सजा देने का क्या प्रयास किया गया है???
9- कश्मीर का कुछ भाग पाकिस्तान के अधीन क्यों हुआ???
10- 1962 में भारत चीन से क्यों हारा और अरूणांचल तथा कश्मीर के कुछ भाग पर चीन का कब्जा क्यों और कैसे हुआ???
11- गुलाबो वंश के 65 साल के राज में देश की गरीबी क्यों नही मिटी???
12- 1947 में धर्म के आधार पर बंटवारे के बाद पाकिस्तान मुस्लिम देश बना तो बाकी बचा देश हिन्दू राष्ट्र क्यों नही घोषित किया गया???
13- आपातकाल के दौरान 42वें सविधान संशोधन के द्वारा जेल मे बंद विपक्ष की अनुपस्थिति मे क्यों संविधान का आमूल चूल परिवर्तन करते हुये सेकुलर शब्द क्यो और किसे प्रसन्न करने के लिये जोडा गया ??
14-पंथनिरपेक्षता की परिभाषा किस आधार पर तय किया गया???
15- देश को रिश्वत,गबन और घोटालों का अड्डा किसने बनाया???
16- क्वात्रोची और एंडरसन जैसे हत्यारों को देश से किसने भगाया???
17- हिन्दुओं की आस्था का प्रतीक रामसेतु कौन तोडना चाहता था???
18- देश को आरक्षण जैसी घटिया समस्या किसने दी???
19- भगवा आतंकवाद नाम किसने दिया और कौन इसकी आड मे राष्ट्रभक्तो को झूठे आरोपो मे जेल मे ठूंस रहा था??
20-2008 के मुम्बई हमले की साजिश किसकी थी,जिसके सम्बन्ध मे दिग्गी ने पुस्तक का विमोचन भी कर दिया था???
21-सेना का मनोबल लगातार किसने गिराया…और क्यों..?
22- देश मे बांग्लादेशियो और रोहिंग्यायो को कौन बसाना चाहता है??
23-और अंत मे गुलाबो और जिन्ना के दलालों से पूछना चाहता हूं कि मेरा देश बंटा क्यों और विभाजन को रोका क्यों नही गया…या फिर रोकने का साक्ष्य क्या है?
बहरहाल ऐसे बहुत से सवाल हैं जिनके जवाब शायद ही देश की समस्याओं की जननी यह पार्टी और परिवार दे सके…!!!
तमाम ऐसी समस्याए हैं जो बहुत पुरानी है लेकिन जिनकी वजह से देश की आम जनता आज मोदी के अथक प्रयासों के बाद भी त्राहि त्राहि कर रही है…..और सबके पीछे यही दोगला वंश है…!!
आज कांग्रेस,सपा,कजरीलाल भले ही यूपी सहित पूरे देश को बुद्धु बनाने के लिये मन्दिर मन्दिर का चौखट चूम रहे हो…!!!
लेकिन सदैव याद रखियेगा कि यही वो लोग है जो मंदिर का विरोध और प्रभु के अस्तित्व पर सवाल करते रहे हैं…लेकिन देशद्रोहियों अस्तित्व को प्रणाम करने उनको देखने जाते रहे है एवं उन्हे हर स्तर की मदद करते रहे और कराते रहे है, जबकि वीर जवानों को देखने या सुनने की उन्हे कभी फुर्सत नहीं मिली…!!!
अभी भी समय है…जाग कर संगठित हो जाइये…वरना आपको फूटी आँख न देखने वाले अपने चॉपड़ को क्रास के पत्थर पर रगड़ते हुये केवल सही समय की प्रतीक्षा कर रहे है….समझिये और परखिये नेपथ्य से आते सनातन राष्ट्रविरोधी श्वानो के बिलबिलाते शोर को…जो आज केवल राष्ट्रवादियों के साथ मोदी,शाह,डोभाल और योगी जैसे कई नायकों के कारण बेबस और लाचार होकर अंदर ही अंदर कलप रहे हैं….जान लीजिये कि जरा सी सावधानी हटी नही कि ये अबकी बार विकराल रूप मे हमारे सामने आयेंगे…मनसा,वाचा कर्मणा प्रयास करिये कि इनको ये मौका अब न मिले….!!!
#जयश्रीराम,
#वन्देमातरम्
#AjitSingh
साभार:अजीत सिंह-(ये लेखक के अपने विचार हैं)