नेतान्याहू की इजरायल वापसी पर राष्ट्रवाद की सोच विरोधी ताकते क्यो बुरी तरह बिलबिला रही हैं?
-अजीत सिंह की कलम से-
Positive India:Ajit Singh:
नेतान्याहू की इजरायल वापसी डिफेंस,फार्मा,ड्रग्स और ऑयल लॉबी के बेहद मजबूत संगठित समूह जैसे राष्ट्रवाद की सोच विरोधी ताकतों के मुंह पर बड़ा तमाचा है….ये ताकतें बुरी तरह बिलबिला रही हैं…..जिन्होने एक षड़यन्त्र के तहत डालरों,पौंडो,दीनारो के बल पर एक एक करके दुनिया के कई राष्ट्रवादी राष्ट्राध्यक्षों को निगल लिया था…..लेकिन वो मात खा गये तो बस मां हीरा बेन के सपूत से…..जो एक एक करके अपने राष्ट्र से प्यार करने वाले नेता मित्रों की वापसी का स्वागत करने मे व्यस्त है….बहरहाल अभी तो नेतान्याहू की वापसी हुई है…जल्द ही ट्रम्प भी आ रहें है…अगर इसी संदर्भ मे बात करें पुतिन की तो….उनका ये ताकतें मिल कर भी कुछ उखाड़ नही पाई हैं…..और न उखाड़ पायेंगी….!
मोदी और पुतिन अडिग रह अभी तक दुनिया को अपने इशारे पर नचाने वाली इन ताकतों को मुंह चिढ़ा रहे हैं…..रही बात 2024 के चुनाव की तो मोदी और विध्वंसक तरीके से हैट्रिक मारने वाले हैं……..खरबो डालर फूंकने के बाद भी उन ताकतों को आने वाले समय मे केवल ठेंगा इसलिये मिलने वाला है क्योंकि भारत के राष्ट्रभक्तों के अपने अनथक प्रयासों से नमो को दोबारा लाकर साबित कर दिया है कि भारत देश की अधिकतर जनता का मूलमंत्र सनातन राष्ट्रवाद ही सर्वोपरि है….बस हमारी यही राष्ट्र से प्यार करने वाली भावना ने विश्व के एक बड़े वर्ग को अपने देश मे राष्ट्रवादी नेताओं को चुनने की प्रेरणा दिया है….यही वो सकारात्मक राष्ट्रवादी मानसिकता है,जिसने विश्व को काबू करने की सोच रखने वाली आसुरी ताकतों को घुटने पर ला दिया है…..आज हर उस देश का नागरिक अपना नेतृत्व एक राष्ट्रभक्त के रूप मे चुनने के लिये बेचैन है…..नेतान्याहू और लगभग ट्रम्प की लगभग वापसी उसी विचारधारा का साक्षात प्रमाण है…..जो राष्ट्रविरोधी ताकतों को पछाड़ कर परवान चढ़ रहा है………देखियेगा आप कि विश्व मे अभी और कई उदाहरण सामने आने वाले हैं…इन सबके सूत्रधार मोदी हैं….लेकिन मोदी जैसे महामानव को चुना किसने है..?
आपने..आप के राष्ट्रप्रेम से भरे भाव ने चुना है…!
कम से कम अब आप अपनी उस तर्जनी को धन्यवाद दीजिये जिसे लगातार सही बटन दबाने मे अब महारत हो चुकी है….।
फिलहाल…यहां कहना चाहता हूं कि जब देश हित में मोदी की राष्ट्रवादी सरकार कोई अच्छा कदम उठाती है,तो चंद देशद्रोही गद्दार उसके विरोध में उतर कर रूदालियों की तरह रोने लगते हैं……उस समय हमारी भी जिम्मेदारी बन जाती है कि हम सरकार के समर्थन में उतर कर मनसा,वाचा,कर्मणा कुतर्क करने वालो का न केवल विरोध करें,वरन् मुंहतोड किंतु मर्यादित जवाब देकर उन्हे बतायें कि आम जनमानस के ह्रदय मे अपने राष्ट्र की अस्मिता और अखंडता को लेकर कितनी चैतन्यता और जागरूकता है……..देश के हर हिन्दू और प्रत्येक राष्ट्रवादियों से अनुरोध है वो खुलकर सरकार का समर्थन करें…यह राष्ट्र हमारा है…इसलिये इसकी अस्मिता के रक्षण का दायित्व भी हमारा ही है…न किसी के बहकावे मे आये……और न किसी को बहकायें…!!
#वंदेमातरम्
#Ajit_Singh
साभार:अजीत सिंह-(ये लेखक के अपने विचार है)