Positive India:Ajit Singh:
2024 के आम चुनाव मे अब बस एक वर्ष बचा है!
प्रधानमंत्री बनने के साथ मोदी को हराने का सपना देखते देखते कुंठित हो चुकी मोमबत्तियां एक बार फिर मोदी जैसे दैदीप्यमान सनातन राष्ट्रवाद के सूर्य के प्रकाश को रोकने के लिये आपस मे गठबंधन करने के लिये एक दूसरे की चौखट को चूमते दिख रहे हैं…लेकिन इतने के बाद भी इनमे यह बताने की औकात नही आ पा रही है कि मोदी के सामने खड़ा कौन होगा??
कौन होगा जो मोदी से मुकाबला करने मे सक्षम है?
कौन है जो मोदी का विकल्प बन सकता है?
भारत के राजनैतिक गलियारे मे मुझे तो कोई ऐसा चेहरा इसलिये नही दिख रहा है क्योंकि पिछले नौ सालो से मोदी विरोध करने वाले नेताओं के चेहरों पर मुस्लिम तुष्टीकरण,वंशवाद और लूट खसोट की गहरी कालिख पुती है….ये जो नये संसद भवन का विरोध करने मे एकजुटता दिखाने और संगठित होने का ढ़ोंग कर रहे हैं…दरअसल वो मानसिक रूप से आपस मे ही इतने विखंडित है कि उनसे राष्ट्र सर्वोपरि को सर्वोच्चता देना केवल कल्पना ही लगता है….खैर..और कुछ नही कहूंगा,लेकिन जिन्हे नये संसद भवन के उद्घाटन से ही इतना दर्द हो रहा है….उनको बता रहा हूं कि रुको…ज़रा सबर करो…अभी ही इतनी जलन मची है तो,कुछ महीनो बाद ही प्रभू रामजी के मंदिर का भी शुभारंभ होने वाला है,तब विरोध कर रहा विपक्ष कैसे अपनी तशरीफ मे मच रही परपराहट सम्भालेगा?
बहरहाल बता दूं कि जून मे मोदी की अमेरिका यात्रा से पहले अमेरिका जाने वाला सजायाफ्ता जीव विदेश से बोरा भर कर भारत विरोधी नये टूलकिट लेकर लौटने वाला है…जार्ज सोरॉस और जिनपिंग का चेला कुछ दिन पहले ही ट्रक पर चढ़ कर संकेत दे ही चुका है कि अगली साजिश ट्रक को लेकर होनी वाली है…लेकिन देश और सनातन विरोधी इस प्रजाति को अमेरिका मे अपने आकाओं से मिल कर लौटने तो दीजिये…तब पता चलेगा कि मोदी विरोध की नफरत की ओट मे ये दोगला कितने विस्फोटक टूलकिटों की श्रृंखला लेकर लौटेगा…!!
बहरहाल इतना ही कहूंगा कि इतने विषैले परिवार का अतीत,वर्तमान जानने के बाद भी जाने कितने हिंदू न केवल आज भी इनके तलवे चाट कर गौरवांवित होते है वरन् वोट देकर इन्हे मजबूत भी करते है…..खैर हिन्दू समाज मे भितरघात की यह समस्या आज से नही बल्कि सदियों पुरानी है…कि जब कोई पृथ्वीराज सामने आता है तो कोई न कोई जयचंद उसकी पीठ मे वार करने के लिये तैयार रहता है….!!
फिलहाल…आज सनातन पुनर्स्थापना के दृश्यों को देख और मंत्रो को सुनकर गर्व और अभिमान से आंखें नम हैं…चेहरा भावविभोर है…वाणी आज मूक हो गई है,स्व.हीराबेन के सपूत मोदी ने आज वह काम कर दिया जिसका इंतजार पिछले 76 वर्षों से संत जन और समस्त हिन्दू जनमानस कर रहा था। आज हालीवुड की कालजयी फिल्म “द ट्राय’ में सहनायक हेक्टार द्वारा बोला गया वह डायलॉग याद आ रहा है जिसमें उसने कहा था कि हमारी आज पीढ़ियां हमेशा याद रखेंगी कि हम एकिलेश के और हेक्टार के युग में पैदा हुए थे..आज के पांच साल के बच्चे भी अपने नाती पोतों को बताते हुए गर्व का अनुभव करेंगे कि नये संसद भवन का भव्य लोकार्पण और महान चोल साम्राज्य का सेंगोल संसद भवन में स्थापित होते हुए हमने देखा था……संसद की कार्यवाही जब भी प्रसारित की जाएगी तो लोग पूछेंगे कि अध्यक्ष के आसन के पास वह सोने की छड़ी क्यों रखी गई है…….तब बताते हुए गर्व से सीना चौड़ा हो जायेगा कि यह हमारे महान चोल साम्राज्य का वो राजदंड है….जिसको कांग्रेस ने अपमानित करते हुये म्युजियम मे दशकों तक बंद करके रखा था…….लेकिन अंतत: जिसे मोदी ने ससम्मान उसे लोकतंत्र की सही जगह स्थापित किया था…!!
एक बार पुन: कहूंगा…महादेव के शिष्य पर विश्वास बनाये रखने के साथ उनके साथ खड़े होने मे तनिक संकोच मत करियेगा…..क्योंकि अभी तो अंतर्मन को झझकोरने वाली जाने कितनी तस्वीरे आपको देखनी बाकी हैं….क्योंकि मोदी है तो सब कुछ मुमकिन है….बाकी कलपते,किलसते,बिलबिलाते और कुंठित कांगियों के पीछे खड़े विक्षिप्त हो चुके विरोधियों पर बहुत ध्यान मत दीजिये….काहे कि वो तो लगातार चोट से मानसिक रूप से खिसक चुके हैं…तभी तो वो बेसिरपैर की बयानबाजी करते भूल जाते हैं कि वही जनता उनको देख और समझ रही है जो उन्हे लगातार दुत्कार कर कुर्सी से दूर भगा रही है…….!!
#वंदेमातरम्
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साभार:अजीत सिंह-(ये लेखक के अपने विचार है)