“कोई नेशनल नहीं खेलेगा, हम खिलाड़ी सीधे ओलंपिक्स में जाएंगे”-विनेश फोगाट
-विशाल झा की कलम से-
Positive India:Vishal Jha:
“कोई नेशनल नहीं खेलेगा, हम खिलाड़ी सीधे ओलंपिक्स में जाएंगे” ये बयान है विनेश फोगाट(Vinesh Phogat) का। एक सवाल जो पिछले दो ओलंपिक्स से उठने लगा है कि सवा सौ करोड़ से ऊपर की जनसंख्या वाले हमारे देश में मेडलों की संख्या इतनी कम क्यों है? चिंता का विषय है बजाए कि हम अपने देश में आ रहे मैडलों पर सेलिब्रेशन करें। विनेश फोगाट इस सवाल का जवाब दे रही हैं कि उन्हें कुश्ती संघ द्वारा द्वारा किए गए किसी भी प्रकार के नियम बदलाव को स्वीकार नहीं करना है।
तमाम तरह की खामियां थी पहले, हरियाणा के खिलाड़ी दूसरे दूसरे राज्यों से फर्जीवाड़ा के जरिए खेल में शामिल होते थे। दुनिया के देशों के नियम का अध्ययन करके बृजभूषण शरण सिंह के कार्यकाल में नियम में सुधार किया गया। शौचालय में इंजेक्शन मिलने के कारण ड्रग्स के इस्तेमाल को लेकर भी पूरी चौकसी बरती गई। लेकिन फोगाट परिवार को यह सब कुछ पसंद नहीं है। लगता है जैसे फोगाट परिवार देश के लिए नहीं, अपने परिवार के लिए खेल रहा है।
पोक्सो में बृजभूषण सिंह को यदि जेल हो गया और यदि वे चुनाव नहीं लड़े, कोई दूसरा अध्यक्ष बन गया, फिर जितने भी सुधारात्मक उपाय किए गए सब को बदल दिया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय मंचों पर हमारा प्रदर्शन बढ़िया हो अथवा नहीं, लेकिन देश में खिलाड़ियों के सहारे जो लॉबिंग का प्रयास किया जा रहा है उसमें प्रदर्शन बढ़िया अवश्य होना चाहिए। बॉलीवुड में जैसे घरानों का कब्जा है कोई फर्क नहीं पड़ता कि उनका फिल्म निर्माण विश्व मंच पर आजतक एक अदद ऑस्कर मेडल के भी योग्य नहीं हुआ। क्योंकि नए टैलेंट को कहीं स्थान नहीं दिया गया।
साभार:विशाल झा-(ये लेखक के अपने विचार है)