www.positiveindia.net.in
Horizontal Banner 1

प्रधानमंत्री मोदी की मुश्किलें भी समझिए

अरूणाचल प्रदेश में चीनी घुसपैठ की अफवाह का विश्लेषण ।

Ad 1

Positive India:Satish Chandra Mishra:
प्रधानमंत्री मोदी की मुश्किलें भी समझिए…
इसे समझने के लिए केवल 2 उदाहरण दे रहा हूं।
कृपया ध्यान से पढ़ें तो बात समझ में आ जाएगी।
पहला और बिल्कुल ताजा उदाहरण…
क्या आपने इस बात पर ध्यान दिया कि अरूणाचल प्रदेश में चीन द्वारा घुसपैठ कर के एक नया गांव बसा देने की जो अफवाह राहुल गांधी ने कल फैलाई थी, उस अफ़वाह का स्त्रोत क्या था.? इसका उत्तर जानने के लिए ज्यादा परिश्रम करने की आवश्यकता नहीं है। स्वयं राहुल गांधी ने ही अपने ट्वीट में यह बता दिया था कि उस अफवाह का स्त्रोत क्या है।
दरअसल NDTV ने परसों यह अफवाह प्रसारित की थी। लेक़िन देश के किसी अन्य चैनल या अखबार ने उसे महत्व नहीं दिया था क्योंकि इस सच से पूरा देश परिचित है कि जिस जगह के गांव का जिक्र NDTV की अफवाह में है उस जगह पर चीन 1959 से कब्जा किये है और दशकों पहले से वहां कई तरह के सैनिक असैनिक निर्माण करता रहा है। लेक़िन इसके बावजूद हरियाणा के एक प्रमुख अखबार “हरिभूमि” ने NDTV की उस अफवाह को बेहद भड़काऊ शीर्षक के साथ अत्यधिक प्रमुखता से प्रकाशित किया। राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में हरिभूमि में प्रकाशित उस खबर को ही अटैच किया था और उसी खबर को मुद्दा बनाकर प्रेस कॉन्फ्रेंस तक कर डाली थी। लेकिन आपको यह जानकार आश्चर्य होगा कि भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता, राष्ट्रीय सचिव तथा पिछली बार हरियाणा की भाजपा सरकार में 13 महत्वपूर्ण विभागों के कैबिनेट मंत्री रहे चर्चित भाजपा नेता कैप्टन अभिमन्यु ही हरिभूमि अखबार के संस्थापक/मालिक है। अखबार के एडिटर इन चीफ भी यही महोदय हैं।
अतः यह प्रश्न स्वाभाविक है कि NDTV द्वारा फैलायी गयी जिस अफवाह को देश के किसी अखबार ने गम्भीरता से नहीं लिया था, उस अफवाह को हरियाणा के दिग्गज भाजपाई नेता ने बेहद भडकाऊ शीर्षक के साथ अपने अखबार में प्रमुखता से क्यों छापा.? यह प्रश्न इसलिए और अधिक गम्भीर हो जाता है क्योंकि तथाकथित किसानों के नाम पर हो रहे बवाल का मुख्य केन्द्र हरियाणा ही बना हुआ है। वहां स्थिति तनावपूर्ण ही बनी हुई है। ऐसी गम्भीर और संवेदनशील परिस्थितियों में सरकार के विरुद्ध भाजपा के ही एक बड़े नेता के अखबार द्वारा खतरनाक अफवाह को फैलाने के मायने और मकसद आसानी से समझे जा सकते हैं।
दूसरा उदाहरण…
डॉक्टर सुब्रमण्यम स्वामी ने 15 जनवरी को यह ट्वीट कर के सनसनी फैला दी कि “उद्योगपति अडानी की कम्पनियों पर साढ़े चार लाख करोड़ का NPA है और लगता है कि देश के छह एयरपोर्ट खरीदने के बाद अडानी अब देश के बैंक खरीदने की भी तैयारी कर रहा है।”
हालांकि डॉक्टर स्वामी के इस सरासर सफेद झूठ के चिथड़े कुछ ही घण्टों में उड़ गए थे। क्योंकि डॉक्टर स्वामी के ट्वीट के जवाब में अडानी ग्रुप ने ट्वीट कर के जानकारी दी थी कि पिछले 30 वर्षों के दौरान हमारी किसी कम्पनी पर कभी एक रुपये का भी NPA बकाया नहीं रहा है। अडानी ग्रुप नेअपने इस ट्वीट के साथ डॉक्टर स्वामी और उनके ट्वीट को टैग भी कर दिया था। मैं उत्सुकता के साथ डॉक्टर स्वामी के जवाब की प्रतीक्षा करता रहा लेकिन जवाब में कोई छोटा बड़ा सबूत प्रस्तुत करने के बजाय डॉक्टर स्वामी अपनी थोथी फूहड़ सफ़ाई आयं बायं शायं बयानबाजी कर के देने में जुट गए। इस सन्दर्भ में उल्लेखनीय यह है कि दिल्ली और हरियाणा में तथाकथित किसानों के नाम पर हो रहे बवाल की आग में डॉक्टर स्वामी ने अपने ट्वीट से घी उड़ेलने का कुकर्म किया था क्योंकि उस बवाल में शामिल बवाली लफंगों का गिरोह अडानी का नाम लेकर केन्द्र की मोदी सरकार पर उलूल जुलूल आरोपों को उछाल रहा है।
अतः ऐसी संवेदनशील परिस्थितियों में डॉक्टर स्वामी ने सरासर सफेद झूठ को ट्वीट करने का कुकर्म क्यों किया.? थोड़ी सी भी राजनीतिक समझबूझ वाला व्यक्ति आसानी से यह समझ सकता है कि अडानी से डॉक्टर स्वामी का कोई लेना देना नहीं, अडानी को बहाना बना कर वो निशाना प्रधानमंत्री मोदी पर ही साध रहे थे। डॉक्टर स्वामी की इस करतूत के मायने और मकसद भी आसानी से समझे जा सकते हैं। इसी प्रकार तांडव वेबसीरिज को लेकर फ़ैल रहे जनाक्रोश से प्रकाश जावड़ेकर सरीखे पूर्णतया जनाधारहीन नेता का किंचित नुकसान नहीं होना है। इससे आग तो प्रधानमंत्री मोदी की साख और धाक को लगेगी।
आज उपरोक्त 2 उदाहरण यह स्पष्ट कर रहे हैं कि राजनीतिक कुरुक्षेत्र में प्रधानमंत्री मोदी की स्थिति उस महायोद्धा कर्ण सरीखी है जिसके विरुद्ध पांडव तो लड़ ही रहे थे तथा कौरव भी उसके विरुद्ध जमकर षड़यंत्र रचने में जुटे हुए थे, क्योंकि दोनों पक्षों में कर्ण सरीखा कोई नही था। कर्ण की स्थिति कउव्वों के समूह में राजहंस सरीखी थीं।
साभार:सतीश चंद्र मिश्रा-एफबी(ये लेखक के अपने विचार हैं)

Gatiman Ad Inside News Ad
Horizontal Banner 3
Leave A Reply

Your email address will not be published.