नरेन्द्र मोदी नाम का यह व्यक्ति आखिर है कौन?
जिस मां के सबसे करीब था…उसकी अंन्त्येष्टि बेहद सादगी,बिना किसी दिखावे से करने के..एक घंटे के अंदर फिर से राष्ट्रनिर्माण मे जुट गया!!
विश्वास नही होता कि मातृशोक जैसी बड़ी विपदा के बाद भी कोई मानव इतना शांत,अविचलित और स्थिर रह सकता है….चेहरा,हाव,भाव जरूर बता रहा था कि अंतर्मन मे उपजी कितनी गहरी पीड़ा को महादेव का यह भक्त पी रहा है…..लेकिन गोलोकवासी हो चुकी मां की शिक्षा से एक इंच भी न डिगने वाले मोदी ने कितनी जल्दी स्वयं पर नियंत्रण रख कर खुद को संभाल लिया………..बहरहाल मातृशोक के तत्काल बाद अपने कर्तव्य पथ पर चलने का सामर्थ्य पैदा कर लेना बिरलों को ही आता है…..और नि:संदेह मोदी भी बिरले ही हैं…!!
आज सुबह मां हीराबा के निधन के बाद उनके अंतिम संस्कार को देखते हुये पत्नी के साथ मेरी आंखे भी नम हो गई थी…..लेकिन कुछ देर बाद वंदे मातरम ट्रेन को हरी झंडी दिखाते हुये मोदी को देख कर पत्नी ने पूछा….अरे..ये क्या…इतने बड़े शोक के बाद मोदी विचलित नही…क्यों…मैने कहा श्रीमतीजी यह साधारण मानव नही,इसे अभी बहुत से लोग पहचान नही पा रहें हैं…तभी तो मै मोदी को महामानव कहता हूं….इतने बड़े शोक के बाद भी राष्ट्रनिर्माण की ऐसी जिजीविषा……..दुनिया मे है कोई ऐसा उदाहरण??
24घंटे मे मात्र 3-4घंटे सोने वाला…विरोधियो के सालों से किये जा रहे विरोध को नजर अंदाज कर देश सेवा करने वाला……….देशद्रोहियो के लिये महाकाल…….मुझे विश्वास है कि वर्षो से पीडित,शोषित,तुष्टीकरण से घायल,वेदना से युक्त जीवन जीने को विवश……देश से प्यार करने वाले मूल निवासियो के करूण क्रन्दन के परिणाम स्वरूप मान लीजिये कि अध्यात्मिक शक्तियो द्वारा 2014 से ही देशवासियो की मानसिकता मे सकारात्मक परिवर्तन करते हुये एवं चेतना का जाग्रण करते हुये मानव ही नही महामानव के रूप मे मोदीजी को भेजा गया है…..!
मेरे विचारो को सबूतो की कसौटी पर कसने से पहले महामानव के अवतरण के पूर्व देश की परिस्थितियो तत्पश्चात मोदीजी के कार्यकाल के परिणाम स्वरूप देश की प्रगति,विश्व के सामने विश्वसनीय एवं बलशाली राष्ट्र के रूप मे स्थान बनाने मे अग्रसर ,
..वहीं राष्ट्र के अंदर दानवी शक्तियो का रूदन,बिलबिलाते हुये अकारण विरोध को भी देख लीजिये……फिर निर्णय करिये…!
फिलहाल!
…हमारा जितना भरोसा मोदी पर है,मुझे लगता है कि उससे 100गुना विश्वास मोदीजी देश से प्यार करने वालो पर करते है,हम ही उनकी ताकत हैं…हमे सुरक्षित करने के साथ साथ भारत मां के वैभव के रक्षण हेतु ही तो वो दिन रात जुटे पड़े हैं!!
अन्तिम बात,….अटलजी ने कहा था,हार नही मानूंगा,रार नही ठानूंगा,काल के कपाल पर…..याद है…उसी कसौटी पर स्वयं को कसने वाला खरा सोना है ये सपूत!!
भरोसा रखिये,
…जिस दिन मोदीजी को लग गया कि हमने मोदी पर भरोसा खो दिया…विश्वास करिये ये फकीर अपनी लकुट कमरिया लेकर पुन: हिमालय की गोद मे चला जायेगा…रह जायेगा फिर वही लूट,खसोट,गबन,भ्रष्टाचार,देश और सनातन को कमजोर करने वाला मोदी विरोधियों द्वारा पैदा किया जाने वाला वही काला घना अंधकार..!!
लेकिन नही,
ये संभव नही…न हम मोदी पर विश्वास खो सकते है…न ही मोदीजी हमे अधर मे छोड कर जायेंगे..तभी तो वो मां हीरा बा को खोने के तत्काल बाद बिना विचलित हुये भारत मां को वैभवशाली बनाने के अपने संकल्प मे जुट जाते हैं…..यह गुण साधारण मानव मे नही होता है….इसीलिये मै मोदी को महामानव कहता हूं…..मेरा कहना है कि कल्कि अवतार की प्रतीक्षा करने वालो से………जब कल्कि का अवतरण होगा,तब होगा…फिलहाल हो सके मोदी को तो सहेज और संजो लीजिये तो अच्छा होगा…क्योंकि बार बार प्रभू भी रक्षण हेतु नही आते हैं……।
#वंदेमातरम्
#Ajit_Singh
साभार:अजीत सिंह-(ये लेखक के अपने विचार है)