अमेरिकी कंपनियों ने चीन पर 20 लाख करोड़ डॉलर का दावा ठोका
चीन ने कोरोना को जैविक हथियार के रूप में विकसित किया।
Positive India:प्रयागराज,26 March 2020
अमेरिकी कंपनियों का दावा कि कोरोना को जैविक हथियार के रूप में विकसित किया है चीन ने।
अमेरिकी वकील लैरी क्लेमैन और उनके एडवोकेसी ग्रुप “फ्रीडम वॉच” तथा हाईस्कूल की स्पोर्ट्स फोटोग्राफी की टेक्सास स्थित कंपनी ‘बज फोटो’ की याचिका में यह बात सामने आई है कि चीन सरकार ने नोवल कोरोना वाइरस को एक ‘जैविक हथियार’ के रूप में विकसित किया। इन दोनों अमेरिकी कंपनियों ने वैश्विक महामारी से हुए नुकसान की भरपाई के लिए चीनी सरकार पर 20 लाख करोड़ डॉलर का मुकदमा किया है। कंपनियों का दावा है कि चीन के बंदरगाह शहर वुहान के ‘वुहान इंस्टिट्यूट ऑफ वीरोलॉजी’ में यह वायरस तैयार किया गया था, जिसने चंद दिनों में ही पूरे विश्व को अपनी चपेट में ले लिया। मुकदमे में दर्ज शिकायत के अनुसार कोविेड-19 वायरस को अनियोजित और अप्रत्याशित तरीके से तैयार किया गया था।
अमेरिकी कंपनियों के अनुसार चीन ने इसे अपने दुश्मनों के खिलाफ इस्तेमाल करने के लिए एक बड़े जैविक हथियार के रूप में तैयार किया था। ट्रंप प्रशासन पहले ही कह चुका है कि चीनी सरकार लंबे समय तक इस वायरस के संक्रमण को दुनिया से छुपाती रही है । यहां तक कि व्हीसिल ब्लोअर और टीम को भी दंडित किया गया, जिसने इस महामारी से दुनिया को आगाह किया था । इसलिए क्लेमैन ने चीन की सरकार से मुआवजा मांगा है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा है कि चीन के लोग अच्छे हैं , लेकिन उनकी सरकार बुरी है।
संवाददाता:विनीत दूबे-एडवोकेट(इलाहाबाद हाईकोर्ट)