स्वाभिमान से अहंकार को परास्त करना ही विजय दशमी है
-तत्वज्ञ की कलम से-
Positive India: Tatvagya:
विक्लवो वीर्यहीनो यः स दैवमनुवर्तते।
वीराः संभावितात्मानो न दैवं पर्युपासते॥
जो कायर और संकोची हैं,
वही भाग्य में मानते हैं,
वीर एवं आत्मविश्वासी लोग,
भाग्य के भरोसे नहीं रहते।
भगवान् रामः भवन्तं
बलेन साहसेन च सद्धर्मस्य
मार्गं अनुसृत्य आशीर्वादं ददातु।
भगवान श्री राम आपको,
सद्धर्म के मार्ग पर चलने की,
शक्ति और साहस प्रदान करें।
वीर और वीरांगनाएं बनें,शत्रु कितना भी बलशाली,प्रभावशाली,मायावी ही क्यों न हों,अपने आराध्य से प्रेरणा लेकर,उसको पराजित करें।
अहंकार को स्वयं पर कभी हावी होने न दें,नहीं तो आप अपने लिए और अपने अपनों के लिए उनके रावण बनेंगे,और अपने कुल के अंत का कारण बनेंगे।
स्वाभिमान और अहंकार में उतना ही फर्क है,जितना श्री राम और रावण में,स्वाभिमान की प्रतिमूर्ति हैं,प्रभु श्री राम और अहंकार की प्रतिमूर्ति है दशानन रावण..
जाति का अहंकार हो,ज्ञान का अहंकार हो,अध्यात्म का अहंकार हो,यश का अहंकार हो,बड़े बड़े लोगों से संपर्क और उन पर प्रभाव डालने का अहंकार हो,रूप का अहंकार हो,रंग का अहंकार हो,धन का अहंकार हो,अहंकार ना होने का अहंकार हो,सारे अहंकार संहार का कारण बनते हैं..
सब होने के पश्चात,जो विनम्र हो,वो हैं श्री राम..
और वो हैं सच्चे श्री राम भक्त,ऐसे राम भक्तों की पराजय कभी नहीं होती,उनकी छोटी छोटी हार भी,दूसरे राम भक्तों के लिए प्रेरणा बनती है,और बड़ी विजय का कारक भी..
आज शस्त्रों की पूजा करें,शस्त्रों को धारण करें,शस्त्रों का सही तरीके से,सही समय पर,शत्रुओं के विरुद्ध प्रयोग करना और कराना सीखें और सिखाएं,क्योंकि अंत में,राक्षस,विनम्रता से नहीं मानते,स्वाभिमान से शस्त्र उठाकर,और उन्हें चलाकर ही,
राक्षसों का वध करना पड़ता है..
स्वाभिमान से अहंकार को परास्त करना ही विजय दशमी है
आप सभी परिवार जनों को,विजय दशमी की हार्दिक मंगलकामनाएं 🙏🏻
जय जय श्री राम🙏🏻🏹🚩
साभार:✒️ तत्वज्ञ देवस्य-(ये लेखक के अपने विचार हैं)
विजय दशमी⚔️🏹🔥🚩
१२ अक्टूबर २०२४
शनिवार🪐
विक्रम संवत २०८१
चित्र : बहन Swetapadma Mishra 🙏🏻🔱🚩