वो संगीन सवाल जो आज देश के सीने में सुलग रहे हैं.
भारत में लोकसभा, राज्यसभा और विधानसभाएं क्या भाड़ झोंकने के लिए बनी है ?
Positive India:Satish Chandra Mishra;13 December 2020:
इस देश में लोकसभा विधानसभा के चुनाव क्या खिलवाड़ करने के लिए होते हैं ?
भारत और पूरी दुनिया के देशों के संविधान निर्माताओं ने अपने अपने देश में चुनाव की व्यवस्था क्या मनोरंजन मात्र के लिए की थी ?
चुनाव में हम क्या भाड़ झोंकने के लिए वोट डालते हैं ?
सभी राजनीतिक दल और राजनेता क्या भाड़ झोंकने के लिए चुनाव लड़ते हैं ?
भारत में लोकसभा, राज्यसभा और विधानसभाएं क्या भाड़ झोंकने के लिए बनी है ?
दोनों सदनों के सांसद क्या सजावटी खिलौने मात्र हैं?
आज उपरोक्त सभी सवाल इसलिए क्योंकि…
मई 2014 में मोदी सरकार बनने के बाद से इस देश में गुंडों लफंगों लुटेरों लम्पटों के राजनीतिक गिरोह और माओवादी नक्सली हत्यारों के एनजीओ गैंग्स ने एक नया तमाशा शुरू किया है। देश की संसद में देशहित में पारित होने वाले हर बिल के खिलाफ़, देशहित में बनने वाले हर कानून के खिलाफ़ ये गिरोह और गैंग यह कहते हुए पूरे देश में दंगा फसाद बवाल शुरू कर देते हैं कि फलाना कानून बनाने से पहले, फलाना बिल पास करने से पहले, हमसे बात क्यों नहीं की गयी.? लोगों से बात क्यों नहीं की गयी, सबसे बात क्यों नहीं की गयी ?
पिछले छह वर्षो के दौरान संसद द्वारा धारा 370, CAA, नोटबंदी, और वर्तमान कृषि बिल तथा अन्य अनेक महत्त्वपूर्ण कानून जब बनाये गए, प्रस्ताव पास किए गए हैं। तब तब इस गिरोह और गैंग ने पूरे देश में हिंसक बवाल, दंगा फसाद करने की कोशिश की है। देश को बंधक बनाने की कोशिश की है।
क्या ये सभी गिरोह और गैंग्स देश को ज़वाब देंगे कि 5 साल तक कामकाज परखने के बाद पहले से ज्यादा मत और सीट देकर नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री की कुर्सी पर किसने बैठाया है ? उन्हें इस कुर्सी पर बैठाने वाले लोग कौन हैं ? क्या वो लोग इस देश के नागरिक नहीं हैं ? नरेन्द्र मोदी इस देश के प्रधानमंत्री की कुर्सी पर क्या जबर्दस्ती बैठ गए हैं ? इस देश के लोगों ने अपने वोटों के जरिए नरेन्द्र मोदी को पहले से भी ज्यादा अपना विश्वास देकर देश के प्रधानमंत्री की कुर्सी पर दोबारा क्यों और किसलिए बैठाया है ? देश की संसद में बैठे सांसद कौन हैं ? क्या वो देश की संसद में जबर्दस्ती घुस गए हैं ? देश की संसद में उन्हें किसने भेजा है और किसलिए भेजा है ? देश के संविधान ने देश के लिए कानून बनाने का अधिकार क्या देश के प्रधानमंत्री और सांसदों के अलावा किसी और को दिया है ?
आज उपरोक्त सभी सवाल देश के सीने में सुलग रहे हैं।
इन दिनों दिल्ली में हुड़दंग हंगामा बवाल कर रहे, खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे, देश के प्रधानमंत्री की छाती में गोली ठोंक देने की चेतावनी दे रहे, हिन्दूओं की मां बहनों को गाली दे रहे देशद्रोही, गुंडों और हत्यारों के राजनीतिक गिरोह और गैंग का जो तांडव हो रहा है, उस तांडव को देश बहुत ध्यान से देख सुन रहा है और उसके सीने में सुलग रही आग की लपटें और ज्यादा तेज और ऊंची होती जा रही है।
साभार:सतीश चंद्र मिश्रा-एफबी(ये लेखक के अपने विचार हैं)