मेवात और नूह मे शोभा यात्रा पर भीषण पथराव दिखा रहा है कि कैसे चादर,फादर गिरोह की बेचैनी बुरी तरह बढ़ती जा रही है
-अजीत सिंह की कलम से-
Positive India:Ajit Singh:
2024 का आम चुनाव जैसे जैसे नजदीक आता जा रहा है और दिन प्रतिदिन मोदी सरकार की तीसरी बार वापसी की गारंटी बढ़ती जा रही है….वैसे वैसे सेकुलर,लिबरल,नक्सली,लुटियन और कांगी कबीले के पिछलग्गू बने सो कॉल्ड 26 पॉलिटिकल दलों के साथ साथ चादर,फादर गिरोह की बेचैनी बुरी तरह बढ़ती जा रही है…….ये किसी कीमत पर मोदी को तीसरी बार बर्दाश्त नही करने की पोजिशन मे हैं….क्योंकि ये पूरा का पूरा कुनबा जानता है कि मोदी हैट्रिक हुई तो इनका अस्तित्व इस बार खतम ही होगा…..बस यही कारण है बार बार विपक्षी विदेश भाग कर नये नये उत्पात और उपद्रव की स्क्रिप्ट अपने आकाओं से ला कर मणिपुर की तरह उसे हर जगह प्लांट कर रहे है….इसी क्रम मे कांवड़ यात्राओ पर पत्थरबाजी की जा रही थी और इसी साजिश की तहत हरियाणा के अंदर बन चुके मिनी पाकिस्तान मेवात और उसके नूह कस्बे मे निकली शोभा यात्रा पर भीषण पथराव ही नही किया गया वरन् वहां के मंदिर मे सैकड़ो दर्शनार्थियों को बंधक बना कर अत्याधुनिक हथियारों से खुलेआम फायरिंग और आगजनी तक बौखलाये जिहादी कर रहे थे….यह तब हो रहा है…जब देश मे और हरियाणा मे भगवा राज है…कल्पना करिये कि जब ये बहुसंख्यक होंगे तब आपका क्या हाल होगा….शायद सीरिया और अफगानिस्तान भी पनाह मांगेगे….!
अब बात मै करता हूं हरे टिड्डों की उस मानसिकता का…जब वो कमजोर होते है तब कैसे अलतकिया का पाखंड करके अपने मजहबी जुनून को न केवल बल देते है वरन् उस जिहादी आग को धीरे धीरे ही सही लेकिन लगातार गंगा जमुनी तहजीब की ओट मे जलाये रख कर अपनी गजवाये हिंद की तैयारी करते है….मेवात की घटना सीधे सीधे चुनौती है भगवा को,सनातन को और राष्ट्रवाद को….वो पूरी तैयारी कर चुके है….अब ये घटनायें केवल संयोग और प्रयोग नही है….ये साफ साफ चैलेंज की हमारी तैयारी पूरी है….तुममे है माद्दा तो रोक लो…यह गजवा-ए-हिंद नाम की भयानक फिल्म का सार्वजनिक रूप से प्रस्तुत किया गया ट्रेलर है!
एक बात जान लीजिये कि यह चादर और फादर का जो आंतरिक गठजोड़ है वो बेहद खतरनाक है….आज मेवात जल रहा है…विश्वास करिये कि आमचुनाव आते आते पप्पू का छिड़का केरोसीन पूरे देश मे इसी तरह के कई मेवात जलते हुये दिखाई देंगे….क्योंकि मोदी विरोधी देशी विदेशी ताकते समझ चुकी हैं कि वैचारिक और तथ्यात्मक रूप से मोदी को हटाना संभव नही है….लिहाजा अस्तित्व बचाने के लिये अब उत्पात,उपद्रव,बवाल और अकारण बलवे का सहारा ही एकमात्र विकल्प है….क्योंकि वो जानते है कि आम भगवा समाज एक तो जातियों मे विभाजित होने और कायरता वाली सहिष्णुता के कारण प्रतिकार तब तक नही करता…जब तक हमला व्यक्तिगत रूप से उस पर नही होता है…इकाई मे बंटा समाज फिर पलटवार की जगह बीजेपी,बजरंग दल,विहिप और संघ की तरफ कायरता पूर्ण कातर नेत्रों से देख कर भड़ास ही निकालता है…..और अगर प्रतिक्रिया मे जबरा जवाब दे भी देता है तो तत्काल हरे टिड्डों एवं चंगाइयो की बचाव वाली दूसरी तथा तीसरी लाइन के कथित बौद्धिक जेहादी और I.N.D.I.A वाले संरक्षक मैदान मे उतर कर…विक्टिम कार्ड वाला सेट नैरेटिव गेम खेलते हुये जबरदस्त रूदाली रूदन करते हुये अपनी भांड मीडिया के दम पर पूरे का पूरा कैनवास ही भगवा की गलती बताने वाले एजेंडे पर खुल कर उतर आते है…..आज भले ही नींद हों लेकिन बाकी का काम रात बिरात अपनी दुकान जेहादियो और देशद्रोहियों के लिये खोलने मे माहिर स्वत: संज्ञान लेने वाले बड़के साहब सम्भाल कर बचा ही लेते हैं…..यही कारण है हरी चादर और फादर के संरक्षण मे पल रहे देशद्रोहियों के मनबढ़ होने का,इनका मनोबल बढ़ने का………इसका केवल एक ही इलाज है पहला तो सनातनियों का एकजुट होकर…मेरा तुम्हारा त्याग कर हर देश धर्म विरोधी घटना का सड़क पर उतर कर उसी तरह का जवाब देना सीखना होगा….दूसरा राज्य की भगवा सरकारो के मुखियाओं को भी अपने अंदर योगी और विस्वसर्मा जैसा दिल,जिगर और गुर्दा रखना होगा….बुलेट,बुलडोजर,बैलेट और बेहद इनके विरूद्ध बेहद निर्मम,निष्ठुर तरीका ही एकमात्र शर्तिया इलाज है इन दोगलों का…!
बाकी इतना और जान लीजिये कि भेड़िया आपके दरवाजे पर न केवल आ चुका है बल्कि घात लगा कर बैठ भी चुका है….अगर आप हिरन जैसी सभ्यता,खरगोश जैसी शांति और गाय जैसे संस्कार लेकर बाहर निकले नही कि मान लीजिये आपको शिकार होने से कोई बचा नही सकता है…..इन भेड़ियों से निपटना है तो शेर जैसा कलेजा,हाथी जैसा संगठित झुंड और बाज जैसी निगाह रखनी होगी…..फिर देखिये की दुनिया की सबसे कायर भेड़ियों की प्रजाति कैसे दुम दबा कर भागती है…ये जिस भाषा को समझते हैं उसी भाषा मे जब भी जहां इनको जवाब मिला है……….. कभी वहां पलट ये कौम वहां देखने की हिम्मत नही करती है…झुंड मे रहने वाले यह जीव…वास्तव मे पृथ्वी की सबसे डरपोक प्रजाति है…बिना मार खाये ये हटे नही है और लतियाये जाने पर ये कभी डटे नही हैं!!!!
फिलहाल पोस्ट समाप्त करने से पहले बताना चाहता हूं कि भारत नमक पैदा करने मे भले ही दुनिया मे तीसरे नम्बर पर हो लेकिन भारत शीर्ष पर अपने यहां पैदा होने वाले नमक हराम और दोगले के कारण है…जिनके लिये देश की अस्मिता,अखंडता और अस्तित्व से कोई लेना देना नही है!!
हां…एक बात और!
पूरी दुनिया मे राज करने और श्रेष्ठ होने का अभिमान कब टूटेगा?
भागते भागते तो यहां तक आ पहुंचे हो….सोचना सनातनियों…अब कहां और कब तक भागोगे…कब पलटवार करना सीखोगे?????
#वंदेमातरम्
साभार:अजीत सिंह-(ये लेखक के अपने विचार है)