तन के खड़ी है अब, मोड़ पर नीली टोपी
नए मोटर व्हीकल एक्ट पर राही का कटाक्ष
Positive India:Rajesh Jain Rahi:
छूट रहे छक्के अब, दिग्गजों के रोड पर,
कटा जो चालान कुछ, रोड पर आ गए।
चलते थे ढालकर, अभिमान पाल कर,
काले काले मेघ काली, सोच पर छा गये।
चलेगी सिफ़ारिश न, चलती है पहचान,
सौ पचास वाले सब, आज गच्चा खा गये।
तन के खड़ी है अब, मोड पर नीली टोपी,
चकमा जो देते थे वो, आज चकरा गये।
छत्तीसगढ़ में सुख शांति है, अभी
लेखक:कवि राजेश जैन राही, रायपुर