ऐसे घोर कलिकाल में राम नाम को घर घर पहुँचाना और एक सामवेद तुल्य ग्रंथ की रचना कर देना सामान्य बात नहीं थी । तुलसी की यह कृति कालजयी सिद्ध हुई । रामकाव्य तो अनेक लिखे गए पर रामचरितमानस ने…
उस युग में जब प्रचार प्रसार के साधन नहीं थे तब तुलसी की मानस घर घर पहुँच गई । इसकी चौपाइयाँ दोहे छंद मंत्र बन कर दैनिक पूजा का अंग हो गए।
तलवार की धार तले रौंदा जाता सनातन धर्म फिर सीना तान…
संस्कृत भाषा का इतना बड़ा ज्ञानी क्यों कर अवधी में राम कथा लिख रहा था?
इस सबका जवाब कौन देगा?क्या वे कुपढ़ अपढ़ लोग जो चौबीसों घंटे सिर्फ जातियों की ही राजनीति करते हैं और शासन पूरे समाज पर…