बालाजी मंदिर में भक्तों को गाय की चर्बी वाला प्रसाद खिला रहे थे
मन्दिर हिन्दुओं का है, पर बोर्ड में अन्य धर्मावलंबी भी रहते हैं। वैसे लोग, जिनकी धर्म में आस्था तक नहीं है। क्यों भाई? यह अत्याचार क्यों? यह तो सीधे सीधे गुलामी है। फिर यही न होगा?