Editorial बनारस के हुस्न को ग़ालिब की नज़र से क्यों देखें? positive india Dec 16, 2021 0 ग़ालिब कहते हैं, बनारस शंख-नवाज़ों का मंदिर है, हम हिन्दुस्तानियों का का’बा है इबादत-ख़ाना-ए-नाक़ूसियानस्त, हमाना काबा ए हिन्दूस्तानस्त।