जाट राजपूत विवाद की चरम परिणति से मन अवसाद से क्यों भर जाता है?
व्यक्तिगत कुंठा या महत्त्वाकांक्षा को पूरे समाज पर आरोपित मत करो। तुम 5% जहरीले लोगों के पीछे हम अपना घर नहीं बिगाड़ सकते। मै जानता हूँ, 5% जनों में उन्माद गहरा है, ज्वर बहुत तेज है, घुट्टी…