Editorial नेस्तनाबूद नहीं होगा जब तक बॉलीवुड, नवोदय कहां से होगा? positive india Oct 18, 2022 0 स्टारडम में बादशाहत, दबंगई और परफेक्शनिस्ट जैसा तमगा बंटने के बावजूद भी लोग बॉलीवुड वालों पर थूकते हैं। अरुण गोविल की तरह पूजे नहीं जाते, कम से कम सम्मान तो बचा रहता।