www.positiveindia.net.in
Browsing Tag

Positive India News

मेगास्टार चिरंजीवी को मिला आईएफएफआई 53 का फिल्म पर्सनैलिटी ऑफ द ईयर पुरस्‍कार

चिरंजीवी ने तेलुगु में 150 से अधिक फीचर फिल्मों के साथ-साथ हिंदी, तमिल और कन्नड़ में कुछ फिल्मों में अभिनय किया। उन्हें तेलुगु सिनेमा के सबसे सफल और प्रभावशाली अभिनेताओं में से एक माना जाता…

बोंडेड सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर्स का मानदेय जूनियर रेजिडेंट से भी कम क्यो?

MD/MS पास हो जाने के बाद छत्तीसगढ़ गवर्नमेंट 2 साल बांड करवाती है उसमें जो मानदेय मिल रहा है वो जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर्स से भी कम मिलता है ये कैसे पॉसिबल है कि जूनियर रेजिडेंट जो अभी PG कर…

आमार दीदी , तोमार दीदी , इंदिरा दीदी ज़िंदाबाद !

जिस इंदिरा के पिता नेहरु ने चीन से , हिंदी-चीनी , भाई-भाई नारे के बीच पीठ में चीन का छुरा सहा था , उसी इंदिरा ने न सिर्फ़ चीन बल्कि पाकिस्तान समेत अमरीका को भी उस की औकात में रखा । इसी लिए वह…

आतंकवाद-रोधी वित्तपोषण पर तीसरे ‘नो मनी फॉर टेरर’ मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में…

आतंकी एक व्यक्ति होता है। लेकिन आतंकवाद व्यक्तियों और संगठनों का नेटवर्क होता है। आतंकवाद के समूल नाश के लिए बड़ी और सक्रिय कार्रवाई की जरूरत होती है। अगर हम चाहते हैं कि हमारे नागरिक…

मेनस्ट्रीम मीडिया श्रद्धा मामले पर इन्वेस्टिगेटिंग ट्रायल जैसा व्यवहार क्यो कर रहा…

यहां जब श्रद्धा का गला कलमा पढ़कर काटा जाता है, सर तन से जुदा का स्पष्ट रूप से मामला है। सर को जुदा कर फ्रिज में रखा जाता है। आंत का कीमा बनाया जाता है। कीमा किस मानसिकता का व्यंजन है?

श्रद्धा जैसी लड़की फँसती नहीं, फँसाई जाती है और फिर उसके टुकड़े किये जाते है

श्रद्धा जैसी लड़की को कोई आफताब मिलता है जिसने अपनी फेसबुक आईडी तक में धर्म के कॉलम में "मानवता" लिखा है, और प्रेम की मूर्ति बना उसकी दुनिया बदल देने के दावे करता है, तो उसके लिए बचना आसान है…

बहुराष्ट्रीय समुद्री अभ्यास मालाबार-22 का समापन जापान के समुद्र में हुआ

मालाबार-22 का समुद्री चरण योकोसुका के पास पांच दिन की अवधि में आयोजित किया गया एवं इसमें लाइव हथियार फायरिंग, सरफेस ड्रिल्स, एंटी-एयर एवं एंटी-सबमरीन युद्ध अभ्यास तथा टैक्टिकल प्रक्रियाएं…

आफताब द्वारा श्रद्धा की हत्या एक मजहबी अपराध है। इसी का नाम जिहाद है।

सानिया मिर्जा तो वापस जीवित आ जाती है, श्रद्धा जीवित क्यों नहीं आती? अगर आफताब को श्रद्धा स्वीकार नहीं थी, तो वह उसे जीवित वापस आने देता। कभी तो ऐसी खबर ना देखी गई, जब कोई फातिमा, कोई जोया,…