www.positiveindia.net.in
Browsing Tag

Positive India News

अधरा न धरौंगी…

Positive India:Sarvesh Kumar Tiwari: फरीद लिखते हैं, "रे कौवे! मेरा सब तन खा ले, बस आंख छोड़ दियो! कौन जाने उस निर्जीव आंख के भाग्य में ही पिया को देख लेना बदा हो! एक बार, बस एक बार किसी को…

क्या है राजनारायण और राहुल गांधी में फर्क?

राजनारायण और राहुल गांधी में एक बड़ा फ़र्क़ है। राजनारायण लोगों को प्रत्यक्ष रूप से हंसाते थे। राहुल गांधी अमूमन अप्रत्यक्ष रूप से हंसाते रहते हैं। राजनारायण समझ जाते थे कि लोग क्यों हंस रहे…

जादूगर सीएम अशोक गहलोत को 7 मिनट तक पता ही नहीं चला कि वे पुराने वर्ष का बजट पढ़ रहे…

गहलोत साहब को बजट पढ़ते हुए पीछे से जब सचेतक ने सचेत किया कि सीएम साहब पुराना बजट पढ़ रहे हैं, बड़ा दिलचस्प जवाब नीतीश कुमार की तरह ही गहलोत साहब ने कहा, "करा दी।"

बागेश्वर धाम वाले शास्त्री जी अपने हिस्से की लड़ाई लड़ रहे हैं और आप ?

बागेश्वर धाम वाले शास्त्री जी देवता नहीं हैं, सामान्य मनुष्य ही हैं। उनमें कुछ मानवीय कमजोरियां भी हो सकती हैं। सम्भव है कि बौद्धिक तर्कों की कसौटी पर वे खरे न भी उतरें। फिर भी, वे अपने…

प्रधानमंत्री मोदी ने दुनिया के सबसे उन्नत दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को राष्ट्र को…

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के 246 किलोमीटर लंबे दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड को 12,150 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है। इस खंड के प्रचालनगत होने से दिल्ली से जयपुर की यात्रा का समय…

नेहरू कभी भी किसी के सामने नहीं रोते तो क्या कोई और नहीं रो सकता

वामपंथी दोस्त तो नरेंद्र मोदी की हर अच्छी बात में भी निगेटिव खोज लेते हैं। हां , जाने क्यों अभी तक न वामपंथी , न कांग्रेस , न कोई और विरोधी नरेंद्र मोदी के रोने में अडानी , अंबानी कनेक्शन…

देश देख रहा है, एक अकेला कैसे कितनों को भारी पड़ रहा है

दोनों सदनों में मोदी जी के भाषणों का बयांकरण बता रहा है कि चुनावी बिसात बिछ चुकी है। "मैं अकेला कितनों पर भारी हूं" वाला बयान बताता है कि इस बार मोदी जी अपने कार्य और साख के साथ-साथ अपनी छवि…

एएचपीआई की दो दिवसीय ग्लोबल कॉन्क्लेव जयपुर में होगी आयोजित

कांफ्रेंस में प्रख्यात वक्ता और चेयरपर्सन के रूप में नारायणा हेल्थ के चेयरमैन डॉ. देवी शेट्टी होंगे । भारत समेत ASEAN और SAARC देशों के 500 से ज्यादा स्वास्थ्य विशेषज्ञ शामिल होंगे।

जाने क्यों राहुल गांधी और उन की कांग्रेस को पहले प्याज ही पसंद आती है?

कम्युनिस्टों और कांग्रेसियों की राय में राहुल गांधी का लोकसभा में राहुल गांधी का भाषण बड़ा मेच्योर और अकादमिक था। पर राहुल गांधी के सारे भाषण को मोदी ने मिट्टी में मिला दिया। न्याय ऐसे भी…