दिल्ली की सीमाओं पर किसान आंदोलन नाम का पाखंड खुलेआम हुआ. इस पाखंड पर उंगली उठाने के बजाए न्यूजचैनलों ने उसका महिमामंडन किसान आंदोलन कह कर ही किया. लगातार 15 महीनों तक किया. जबकि सच यह नहीं…
किसान आंदोलन में दम होता तो बासी पैगसस का कोहराम न होता। पैगसस का मामला 2019 का है। विपक्ष समेत नरेंद्र मोदी वार्ड के मरीजों को अब से सही समझ लेना चाहिए कि मंकी एफर्ट्स से देश की छवि से खेला…