कहाँ गए विपक्ष के धर्म निरपेक्ष नेता? क्या सबके मुँह मे ताला लग गया है? जिस तरह धूर्तता के साथ रामायण और महाभारत पर बकवास कर ली, चीन और रूस मे रहकर ऐसा सोच भी नहीं सकते थे ?
Positive India: By Dr.Chandrakant Wagh:माननीय नसरुद्दीन शाह साहब सप्रेम नमस्कार । ये पत्र एक आम हिंदुस्तानी एक आम नागरिक की हैसियत से लिख रहा हू । जैसे खबरे आई है आप और आप जैसे छै सौ लोग एन…