सम्राट अशोक ने अपने अभिलेखों में स्वयं को “देवानंपिय पियदसि लाजा” से…
सिद्ध हुआ कि यह अशोक ही थे, जिन्होंने 'देवानंपिय पियदसि' के नाम से पूरे भारतवर्ष में यत्र-तत्र बीसियों अभिलेख उत्कीर्ण करवाए थे। इतिहास का पुनर्लेखन हुआ। व्यापक पुरातात्विक विवरणों के आलोक…