Books “कूं कूं कूं”-एक कहानी इंसानी संवेदनहीनता की positive india Apr 12, 2019 0 Positive India:By Dr.Sanjay Shrivastava. "कूं कूं कूं"..की आवाज़ पूरी कॉलोनी में अचानक बिखरने लगी..धीरे धीरे वो आवाज़ बढ़ती जा रही थी...अब वो ज़ोर ज़ोर से रोने की आवाज़ में बदल गयी..वो कोई आवारा…