चंद्रशेखर आजाद का निशाना कितना अचूक था और उन्हें अपने निशाने पर कितना गजब का आत्मविश्वास था। क्योंकि जरा सी चूक से उनके माउजर से निकला अंगारा भगतसिंह या राजगुरू को ही मौत के घाट उतार सकता…
मानवाधिकार के नाम से देश मे अराजकता फैलाने के लिए ये तथाकथित सेक्यूलर लोग ही जिम्मेदार है । ये वही लाबी है जिन्होंने एक आतंकवादी के न्याय के नाम से रात को दो बजे उच्चतम न्यायालय को खुलवाया ।…