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सुभाष चंद्र बोस

क्या होता यदि सुभाष चंद्र बोस भारत में जीवित लौट आते?

Positive India:Rajkamal Goswami: सन ४५ में विश्वयुद्ध समाप्त होने के बाद आज़ाद हिंद फ़ौज के बहुत से सैनिक भारत वापस आ गये । साधारण सैनिकों को तो अंग्रेजों ने कुछ नहीं कहा और वे चुपचाप अपने…

नेताजी एवं नेतृत्व की परिभाषा का विस्तृत विश्लेषण

एक तीसरे तरह का नेतृत्व भाजपा और आरएसएस के नेतृत्व में पाया जाता है। ऐसे नेतृत्व में उपरोक्त दोनों प्रकार के नेतृत्व का सम्मिश्रण होता है। आरंभ नेतृत्व के पहले प्रकार से होता है और दूसरे…

नेहरू ने 25 साल बाद सुभाष चंद्र बोस के लिए वकालत की अपनी कोट क्यों पहनी ?

नेहरू ने वकालत के नाम पर दिखावा करने की कोशिश क्यों की? गांधी ने सुभाष चंद्र बोस के हिंसा का हवाला देकर नेहरू को रोकने की कोशिश क्यों नहीं की? गांधी इरविन समझौता में भगत सिंह को न बचाने के…

सुभाषचन्द्र बोस की प्रतिमा को सम्मान पूर्वक स्थापित कर मोदी ने षड्यंत्रों को कैसे धूल…

6-7 दशक लंबे सुनियोजित सुसंगठित कांग्रेसी षड्यंत्रों की धज्जियां आज उस प्रधानमंत्री ने एकबार फिर उड़ा दीं जिसका जन्म गुजरात के एक छोटे से गांव वडनगर के एक निर्धन विपन्न परिवार में हुआ और…

नेताजी एक मात्र ऐसे शख्सियत हुए जिन्होंने अपने जीवन के साथ-साथ अपना मृत्यु भी बलिदान…

नेता जी को अपार जनसमर्थन आज एक बार फिर भारत के जनमानस में देखने को मिल रही है। जैसे लग रहा है नेताजी की कभी मरे नहीं तो आज भी जीवित ही हैं। उनकी 125 वी जन्म जयंती पर उनको मेरा शत-शत नमन।

अखंड ज्योति के पीछे विवाद खड़ा करना तो बहाना है। असल मुद्दा तो सुभाष चंद्र बोस की…

जिस प्रकार से भारत सुभाष चंद्र बोस को स्वीकारते जा रहा है, एक वक्त आएगा जब सुभाष चंद्र बोस राष्ट्रपिता तो नहीं लेकिन राष्ट्रनायक बनकर लोक विमर्श में स्थापित हो जाएंगे। क्या तब भी कोई…

अमित शाह ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप से विभिन्न विकास परियोजनाओं का किया उद्घाटन

अंडमान निकोबार अपने आप में आज़ादी के आंदोलन का तीर्थस्थान है और देश के हर युवा को कालापानी की सज़ा भोगने वालों की यातनाओं को जानना, समझना और देखना चाहिए। देश की युवा पीढ़ी इस सेल्युलर जेल…

हे गांधी इन अज्ञानियों को क्षमा करना !

हे गांधी , इन अज्ञानियों और नफ़रत से भरे लोगों को माफ़ करना ! यह आप को नहीं जानते। यह मनुष्यता , अहिंसा , सत्य और सत्याग्रह नहीं जानते। देश के लिए आप का संघर्ष नहीं जानते। नहीं जानते यह मूर्ख…