दिल्ली से लेकर पटियाला तक पत्थरबाजी से लेकर तलवारबाजी तक की घटी घटनायें कोई साधारण नही है....उसके पीछे छिपे उनके मंतव्य और उनकी मॉडस अपरेंडी को समझिये।
पाकिस्तान के मुल्ला , मौलवी अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान की हरक़तों की मजम्मत कर रहे हैं और भारत के मौलवी , मुल्ला तालिबान की खुशामदीद में संलग्न नज़र आ रहे हैं। अजब मंज़र है!
मुझे मातृभूमि से प्यार करना,
सिखाया गया माता-पिता एवं गुरुओं के द्वारा।
मगर मुझे अन्याय के खिलाफ लड़ना
किसी ने नहीं सिखाया।
तलवार तो क्या,
मैं लाठी चलाना भी नहीं सीख सका।