हर महीने 8500 रुपए की लालच दिखा कर झंडा ऊंचा करने वाला विपक्ष नहीं जानता कि कोई अराजक महावत किसी हाथी को जब मिल जाता है तब हाथी बिना चूके महावत का काम तमाम कर देता है , क्षण भर में। आह भी…
आख़िर यह कौन सा इंडिया है जो भारत की सफलता में घुन बन कर बारंबार उपस्थित होने के लिए अभिशप्त है। कांग्रेस के दरबारी बुद्धिजीवियों , लेखकों और पत्रकारों की स्थिति और बदतर है। रवीश और पुण्य…
मोदी ने विपक्ष को बौखलाने पर विवश करते हुये कूटनीति की गेंद उन्ही विरोधियों के पाले मे फेंक दी है........अब वो बेचारे विरोधी सनातन के पुनर्स्थापना के सार्थक पहल का समर्थन करें तो मजहबी…
देश के 136 साल पुरानी पार्टी के समर्थक और उसके संरक्षक वामपंथी नक्सली कथित विद्वानो ने अपने अस्तित्व को बचाने का एक अन्तिम अभियान छेड कर अपने दल को बचाने के लिये केवल कुतर्की बयान दे रहे है।…