विद्याचरण शुक्ल जी ने राजनीति को जितने करीब से देखा, शायद ही वह किसी राजनीतिज्ञ के नसीब में आया हो। विद्या भैया लोगों के स्मृतियो मे आज भी आते है।
आज उनके सातवीं पुण्यतिथि पर भावपूर्ण…
राहुल गांधी उलट चल पड़े हैं। इंदिरा ने अवसाद को आक्रोश और राजीव ने अवसाद को आत्ममंथन में बदला। राहुल अवसाद को पलायन का नकाब ओढ़कर पस्तहिम्मती को खुद्दारी में बदलने के नये प्रयोग के सूत्रधार…
आज विद्याचरण शुक्ल जी की की पुण्यतिथि है । उन्हें नमन तथा सादर प्रणाम। इस राजनेता मे डर नाम की चीज नही थी । अपने छोटे से छोटे कार्यकर्ता को नाम से पहचानना इन्हे दूसरे राजनेताओं से अलग करता…