यदि हम क्रांतिकारियों के यशोगान के मुक़ाबले ग़द्दारों के लिए शर्मिंदगी महसूस करते और उनका समाज में सिर उठा कर चलना मुश्किल कर देते तो देश का ज़्यादा भला होता । भगत सिंह के ग़द्दारों में…
चंद्रशेखर आजाद का निशाना कितना अचूक था और उन्हें अपने निशाने पर कितना गजब का आत्मविश्वास था। क्योंकि जरा सी चूक से उनके माउजर से निकला अंगारा भगतसिंह या राजगुरू को ही मौत के घाट उतार सकता…
23 मार्च 2021 शहीद दिवस को अखिल भारतीय शांति एवं एकजुटता संगठन, रायपुर इकाई के सदस्यों ने रायपुर के अंबेडकर चौक से शहीद भगतसिंह चौक तक यात्रा करते हुए क्रांतिकारी भगत सिंह, सुखदेव थापर और…
जवाहरलाल नेहरू भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरु की फांसी से पहले इसलिए खामोश रहे कि कहीं गांधी नाराज़ न हो जाएं। फांसी के एकदम बाद उन्होंने अपनी खामोशी की दलील देते हुए एक वक्तव्य दिया। ‘‘मैं खामोश…