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योगी

लोकतंत्र के आख़िरी चुनाव से नैतिक जीत के इल्हाम तक

सेक्यूलरिज्म के नाम पर , मुस्लिम के नाम पर दाग़ है डाक्टर कफील। बच्चों का हत्यारा है वह। पिता की विरासत सपा को नेस्तनाबूद करने का अगर प्रण ही ले बैठे हों तो और बात है।

अगर योगी भी ताश की गड्डी में समा गए होते तो क्या मंज़र होता उत्तर प्रदेश में ?

कुछ समय पहले भाजपा गुजरात , उत्तराखंड समेत अपने सभी मुख्य मंत्रियों को ताश की गड्डी की तरह फेंट रही थी। उस समय अगर योगी आदित्यनाथ भी सरेंडर कर ताश की गड्डी में शामिल हो गए होते तो उत्तर…

बुलडोजर बाबा के जीतने पर इतना सन्नाटा क्यों है भाई!!

अब उत्तर प्रदेश वालों ने योगी जी को पूरे देश के लिए उपलब्ध करा दिया है। चार दशकों में ऐसा पहली बार हुआ कि उत्तर प्रदेश वालों ने पूरे देश की मांग पर किसी मुख्यमंत्री को दोबारा अवसर दिया।…

उत्तर प्रदेश में भाजपा 2017 को एक बार फिर दुहराने जा रही है और ज़्यादा ताक़त और ज़्यादा…

हिजाब का लाभ सपा से ज़्यादा भाजपा के खाते में गया है। देश और प्रदेश के मुसलमान इतने सालों में एक छोटी सी बात अभी तक नहीं समझ पाए कि वह जितनी ज़्यादा कट्टरता दिखाएंगे , कट्टर बनेंगे , भाजपा…

#हिजाब तो एक बहाना है..असल मकसद तो देश में शरिया लाना है

#हिजाब वाला बवाल जानबूझकर फैलाया जा रहा है...यह भी #टूलकिट का एक हिस्सा और इसके पीछे हरे टिड्डों और उनके संरक्षकों द्वारा ताकत नापने का वो प्रयोग है,जिसके बहाने न केवल शरिया लाने की दिशा मे…

यूपी की जनता के अंदर 2017 से भी बड़ा ज्वालामुखी क्यों खदबदा रहा है ?

यूपी की जनता के अंदर 2017 से भी बड़ा ज्वालामुखी खदबदा रहा है,जिसकी ऊष्मा को विरोधी दल भांप नही पा रहें हैं....10 मार्च को जब इसका विस्फोट होगा तो विश्वास करिये कि इसके केसरिया लावे के कोप से…

अखिलेश ने कैराना से हिंदुओं को भगाने वाले नाहिद हसन को टिकट क्यों दिया ?

अखिलेश यादव ने साबित कर दिया है कि हिंदुओं का सबसे बड़ा वो विरोधी है,जिसकी पोल इस चुनाव मे खुलती जा रही है।

क्या अब आएगा ऊंट पहाड़ के नीचे ?

मोदी को विक्रमादित्य बनाकर वेताल की तरह उनकी पीठ पर लदकर अभीतक चुनावी महाभारत जीतती रही भाजपाई सफेद हाथियों की फौज की बहुत कड़ी परीक्षा इसबार का चुनाव लेने जा रहा है।

योगी जी की तस्वीर के साथ टेरर शब्द शीर्षक का भारत ने क्यों बहिष्कार कर दिया ?

टेरर शब्द लिखने वालों ने बड़ी सोच समझकर वो तस्वीर छापी। आंखों से जैसे अंगारे निकल रहे हों। अंगारों की दहक में जैसे कोई सामने पड़े तो जलकर राख हो जाए। आंखों में इसी दहक को कारवां ने टेरर के…

अखिलेश से बौखलेश होते जाने की यातना

अखिलेश पर सब से बड़ा इल्जाम पिता मुलायम की पीठ में छुरा घोंपने का है। लोग कहते ही रहते हैं कि जो अपने बाप का नहीं हुआ , वह किसी का नहीं हो सकता । लोग औरंगज़ेब से उन की तुलना करते हुए ,…