“जिसकी कमर टूट गयी हो, उसकी गर्दन कोई भी तोड़ सकता है।”-पेशवा बाजीराव
किसी ने पूछा पेशवा से, "अब?" उसने मुस्कुरा कर कहा- दिल्ली देखने आये थे, सो देख लिया। इसे तो जब चाहें तब जीत लेंगे। चलो वापस, दिल्ली की कमर टूट गयी है। जिसकी कमर टूट गयी हो, उसकी गर्दन कोई भी…