Editorial एक बार मिंटो और मार्क्स को साइड में रखकर जनजातिय लोकनृत्य को देखिये। positive india Nov 11, 2024 0 किसने कहा आप गये गुजरे हो गए? यह हिन्दू है, अत्याचारी को कच्चा खा जाए तो भी उसका हिन्दुत्व जरा भी नहीं डगमगाता!!
Editorial मार्क्स और डार्विन positive india Feb 28, 2024 0 "जैसे डार्विन ने जैविकी की अंदरूनी प्रक्रियाओं की खोज करके उनमें एक अनुक्रम स्थापित किया था, उसी तरह से मार्क्स ने हमें बताया था कि इतिहास मनुष्यों के जीवन का यांत्रिक संकलन भर नहीं है,…