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मायावती

मुख़्तार अंसारी , बस आत्महत्या मत करना , अपनी फांसी की प्रतीक्षा करना

मुख़्तार अंसारी, तुम्हारे जैसे दुर्दांत अपराधी को जीने का कोई हक़ नहीं। राजनीति ही नहीं समाज में भी तुम्हें रहने का हक़ नहीं है। मनुष्यता के दुश्मन हो तुम और तुम्हारे जैसे लोग।

पैसा , औरत और अदालतों के फ़ैसले

हाईकोर्ट और हाईकोर्ट के जजों ने ऐसे-ऐसे कारनामे किए हैं कि अगर इन की न्यायिक तानाशाही न हो , सही जांच हो जाए तो अस्सी प्रतिशत जस्टिस लोग जेल में होंगे। सोचिए कि अपने को जब-तब कम्युनिस्ट…

राहुल गांधी की यात्रा की हवा निकाल दी मायावती ने

लोगों की हवा निकालने में मायावती निपुण हैं। कभी मुलायम की निकाली थी। इतना कि मुलायम बौखला कर गेस्ट हाऊस कांड करवा बैठे। वह तो भाजपा के विधायक ब्रह्मदत्त द्विवेदी तब के समय मौक़े पर न रहे होते…

रोमेश भंडारी और केशरीनाथ त्रिपाठी की काली कथा

मायावती बहुत होशियार महिला हैं । उन्हों ने इशारे से मुख़्तार अंसारी को अपने पास बुलाया । फिर इशारा किया कि मुझे कवर करो । और खुद बकैया-बकैया चल कर ताकि उन्हें कोई देख न सके , फौरन विधानसभा से…

जंगलराज के पर्याय एम वाई फैक्टर को चकनाचूर करना क्यों बहुत ज़रुरी हो गया है ?

मुलायम ने भी उत्तर प्रदेश में सब से ज़्यादा हिंदू-मुसलमान दंगे करवाए। अखिलेश यादव ने भी। लोकतंत्र के नाम पर कलंक हैं यह दोनों पार्टियां। राजद हो या सपा। सेक्यूलर होने की चाशनी में अपराधियों…

अखिलेश यादव के बहाने कामरेड गुरु प्रसाद तिवारी की क्यों आई याद ?

सपा की सरकार बनने पर क्या अखिलेश यादव सचमुच क़ानून व्यवस्था कल्याण सिंह या योगी की तरह या अपनी बुआ मायावती की तरह चाक-चौबस्त कर पाएंगे ? अभी तो वह खुद मंच से ही पुलिस की ऐसी-तैसी करते दिख रहे…

जब मायावती ने मुलायम से कान पकड़ कर उठक-बैठक करवाई तो सपाई गुंडे मायावती की हत्या पर…

मायावती के सामने मुलायम को कान पकड़-कर उठक-बैठक भी करनी पड़ी। मायावती ने मुलायम के इस उठक-बैठक की चुपके से फोटो भी खिंचवा ली और दैनिक जागरण में यह फ़ोटो छपवा दी। फ़ोटो ऐसी थी कि कुर्सी पर…

उल्लू को कबूतर कैसे कह दूं ?

स्वामी प्रसाद मौर्य को राजनीतिक मौसम विज्ञानी कह कर उत्तरप्रदेश में सपा की सरकार बनने का ढपोरशंख बजाने में जुट गए न्यूजचैनलों के ढपोरशंखी एंकर एडिटर रिपोर्टरों को क्या कहा जाए.?