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महाभारत

यदा यदा हि धर्मस्य

यह श्लोक इसलिए लोक​प्रिय है, क्योंकि यह आमजन को सांत्वना देता है। इसका सामान्यतया यह अर्थ लगाया जाता है कि जब-जब धर्म की हानि होगी, तब-तब मैं अवतरित होऊँगा। आमजन सोचते हैं कि जब पाप अपरम्पार…

आप कैसे वाले मामा हैं, कंस मामा, या शकुनी मामा

Positive India:Sarvesh Kumar Tiwari: कल भांजे को लेकर बात छिड़ी तो एक मित्र ने परिहास करते हुए पूछा- "आप कैसे वाले मामा हैं? कंस मामा, या शकुनी मामा?" मैंने उत्तर देने से पहले सोचा,…

साधु जैसे दिखने वाले बलराम बोस ममता के अत्याचार के विरुद्ध मुखर प्रतिरोध के प्रतीक बन…

बलराम बोस बताते हैं कि उन्होंने प्रशासन को इशारे से कहा कि सत्ता की गुलामी से मुक्त हो कर तनिक मनुष्य की भांति भी सोच लो। तुम्हारे घरों में भी बेटियां हैं, तुम्हे हमारे साथ खड़ा होना चाहिए।

श्रीकृष्ण का सबसे पहले नामोल्लेख किस ग्रंथ में हुआ है?

Positive India: Sushobhit: भागवत में नहीं। महाभारत-हरिवंश में नहीं। ब्रह्मवैवर्त का तो प्रश्न ही नहीं उठता। श्रीकृष्ण का सबसे पहले नामोल्लेख हुआ है- छान्दोग्योपनिषद् में! वेदों में…

रावण की स्त्रियों के बारे क्या सोच थी वह रावण की ही थी तुलसी की नहीं

महाभारत में कितनी बार नारी के लिए अपमान जनक शब्दों का प्रयोग हुआ है पर कोई इसके लिए महाभारत के रचयिता वेदव्यास को दोषी नहीं ठहराता । मर्चेंट ऑफ़ वेनिस के यहूदी पात्र शाइलॉक का इतना चरित्र…

ये है बॉलीवुड के हिन्दूद्रोही ज़िहाद का सबसे मारक/घातक प्रकरण

रविंद्र जैन जी के पास 1987-88 में रामायण को मिली कालजयी सफलता के बाद काम का अकाल पड़ गया था। 15 वर्षों में 36 फिल्मों का संगीत देने वाले रविन्द्र जैन को अगले 26 वर्षों में केवल 10 फिल्मों में…

संस्कारवान पीढ़ी तैयार करने में गायत्री परिवार का योगदान सराहनीय: सुश्री उइके

पॉजिटिव इंडिया:रायपुर, 03 अगस्त 2021 राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके आज गायत्री तीर्थ, शांतिकुंज, हरिद्वार द्वारा आयोजित दिव्य गर्भाेत्सव नौ दिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन समारोह में वर्चुअल…

ये संडे वो इतवार नहीं- की सुनहरी यादें

अब पकड़ा-पकड़ी खेल में नहीं ज़िंदगी में आ चुकी है । अब मशीनी युग में हम मशीन की तरह पैसे कमाने में कार्य कर रहे है । अब सब मिलकर इतवार नहीं मनाते बल्कि सब अपने अपने काम में, मोबाइल में,…