ये वही धरा है जिसे आज दुनिया विश्व गुरु की नजरो से देखती है ।
यहाँ गौतम बुद्ध, महावीर स्वामी, विवेकानंद , शँकराचार्य जैसे दर्शन शास्त्रीयो ने जन्म लिया और दुनिया को नए धर्म और आध्यात्मिकता…
जवाहरलाल नेहरू भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरु की फांसी से पहले इसलिए खामोश रहे कि कहीं गांधी नाराज़ न हो जाएं। फांसी के एकदम बाद उन्होंने अपनी खामोशी की दलील देते हुए एक वक्तव्य दिया। ‘‘मैं खामोश…