www.positiveindia.net.in
Browsing Tag

पाजीटिव इंडिया

पहले झंडा वंदन फिर रक्षाबंधन

मुझे लगता है कि *पहले झंडा वंदन फिर रक्षाबंधन* ही हो । आज़ादी के ७० साल बाद भी यदि हमें देशभक्ति के साथ समझौता करना पड़े तो धिक्कार है ऐसी देशभक्ति पर ।

मातृभूमि के खिलाफ, कोई बोलता दिखे तो, हल्दीघाटी जैसा प्रति रोध होना चाहिए

Positive India:Rajesh Jain Rahi: राही के तीर कौन था महान और, कहा किसको महान, इतिहास पे दोबारा, शोध होना चाहिए। शौर्य की मिसाल राणा, जैसी नहीं दिखती है, वीरता का दुनिया को, बोध…

बंद है मुट्ठी लाख की, खुली जो प्यारे खा़क की।

मैं मुट्ठी बंद करता हूं तो उसके अंदर जीवन नहीं यादें घुस जाती हैं । मैं यादों को भींच रहा हूं । उनसे अलग नहीं हो पाता हूं क्योंकि मुट्ठी चाहने पर भी खुल नहीं रही है। बंद है मुट्ठी लाख की…

हाई कोर्ट जजों की कथा कनक तिवारी की कलम से

सभी नौकरियों के मरुस्थल में हाई कोर्ट मरुद्यान है। पता ही नहीं चलता कौन वकील कब हाई कोर्ट का जज बना दिया जाएगा। न योग्यता निर्धारण का घोषित मापदंड होता है। न ही बौद्धिक प्रतियोगिता होती है।

लहूलुहान अनुच्छेद 370 की कश्मीर व्यथा कथा: चौथी किश्त

सुप्रीम कोर्ट ने अपनी हताशा में कहा कि पाकिस्तान से आए शरणार्थीनुमा भारतीय जम्मू कश्मीर के संविधान के रहते पीढ़ियों बाद भी वहां के स्थायी नागरिक नहीं माने जा सकते-यह प्रथम दृष्टि में यह…

काश्मीर से धारा 370 हटाने के सुखद परिणाम

यही काश्मीर है, जहा हिंदू पंडितो के साथ नरसंहार किया गया था । महिलाओ के साथ बलात्कार जैसी घटनाओ को अंजाम दिया गया था । पूरे शांति मसीहाओ की कौम ने खामोशी अख्तियार कर ली थी । यह सब बाते आम…

‘भारत छोड़ो दिवस‘ पर कनक तिवारी का विशेष आलेख

भारतीय संसद और न्यायपालिका अंगरेजी संस्थाओं की नकलें हैं। संविधान भारत की धरती में रोपा गया अंगरेजी तेवर है। कोशिश की गई कहीं कहीं हिन्दुस्तानी नस्ल का भी दिखे। उसमें अंगरेजों के ज्यादा…

रेड इंडियन्स, माओरी आदि की बस्तर-त्रासदी

Positive India:Kanak Tiwari: कोलंबस ने अमेरिका को ढूंढ़ा। उसका वहां के मूल निवासियों (जिन्हें इतिहास ने उत्तर अमेरिकी इंडियन या लोकप्रिय नाम रेड इंडियन दिया) से हिंसक संघर्ष 400 वर्षों तक…

कलेक्टर ने तीन दिनों के भीतर सभी स्कूलों में प्लास्टिक बिछाकर विद्यार्थियों को राहत…

पाज़ीटिव इंडिया :कवर्धा ;10अगस्त 2019, कबीरधाम जिले की ऐसे सभी स्कूलो में जहां अत्यधिक वर्षा की वजह से छतों से पानी टपक रहा है,चिन्हांकिन तक वैकल्पिक व्यवस्था के तहत छतों को प्लास्टिक…