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नारी

कुतर्की और नफरत के शिलालेख लिखने वाले जहरीले लोगों के विमर्श में फंसने से कृपया बचें

रामचरित मानस हिंदी में नहीं अवधी में लिखी है। अवधी जुबान है रामचरित मानस की। और कि किसी भी अवधी वाले से , अवधी जानने वाले से पूछ लीजिए कि अवधी में ताड़न शब्द का अर्थ क्या है ? वह फौरन बताएगा…

कुछ स्त्रियां अपनी देह से इतनी खफ़ा-खफ़ा क्यों रहती हैं?

बिना स्त्री के, बिना स्त्री देह के किसी दुनिया की कल्पना कम से कम मैं तो नहीं कर सकता। समेत अपनी देह के स्त्री, दुनिया के इस बागीचे का सब से खूबसूरत और सुगंधित पुष्प है।