जनता जानती है किसान आंदोलन के दलाल दुर्योधनों और उस के मामा शकुनि को
दलाल और किसान का फर्क लोग जानते हैं। इंकलाब ज़िंदाबाद का मर्म लोग जानते हैं। गांधी, जे पी , अन्ना जैसी तपस्या रहित है यह आंदोलन। शुचिता और नैतिकता की जगह हिप्पोक्रेसी की बू आती है इस किसान…