www.positiveindia.net.in
Browsing Tag

डायरेक्ट एक्शन डे

हरमंदिर साहब में योग करने पर सिखों की भावनाएँ क्यों भड़क जाती हैं?

कट्टरवादी यह बात भूल जाते हैं कि जब मुस्लिम लीग ने डाइरेक्ट एक्शन डे मनाया था तब मुल्क में अंग्रेज़ों का निज़ाम था और बंगाल में जिन्ना का दाहिना हाथ हुसैन शहीद सोहरावर्दी सत्तासीन था इसलिए…

क्या होता अगर सप्ताह में शुक्रवार ना हुआ करता?

दहशत का शुक्रवार से पुराना संबंध है। कभी उन्माद में बदल जाता है तो कभी नरसंहार में। 'डायरेक्ट एक्शन डे', 16 अगस्त 1946 शुक्रवार का दिन था। 19 जनवरी 1990, "रलीव, गलीव, व चलीव" के नारों से…

तो पूरा भारत ही अब तक इस्लामी राष्ट्र होता हम सभी मुसलमान होते तालिबान होते !

जावेद अख्तर जैसे सफ़ेदपोश कठमुल्ले इसी लिए जब-तब आर एस एस के प्रति अपनी घृणा और नफरत का इज़हार करते रहते हैं। यह सब तब है जब कि अब आर एस एस वाले बार-बार इस्लाम के अनुयायियों को भी अपना बंधु…

जिन्ना का डिवाइड इंडिया-डिस्ट्राय इंडिया का खेल अभी भी बदस्तूर जारी है , बस डायरेक्ट…

"डिवाइड इंडिया - डिस्ट्राय इंडिया" का हामीदार जिन्ना तैमूर , अलाऊदीन खिलजी , औरंगजेब आदि का मिला-जुला कॉकटेल था। याद कीजिए जिन्ना का डायरेक्ट एक्शन प्लान। इतिहास का सब से बड़ा नरसंहार का दिन…

जिन्ना का डायरेक्ट एक्शन डे तथा दिल्ली दंगों का आपसी कनेक्शन

जिन्ना के "डायरेक्ट एक्शन डे" ने मात्र 72 घंटों में बंगाल में 4000 लोगों की जाने ले ली थी। लाखों लोग बेघर हो गए थे और करोड़ों की संपत्तियों को लूट लिया गया था; सिर्फ इसलिए ताकि महात्मा गांधी…