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जवाहरलाल नेहरू

क्रांतिकारी जयप्रकाश नारायण (जेपी) और प्रभावती

मगर कुछ लोग जन्मजात क्रांतिकारी ही होते हैं रचनात्मक काम में मन नहीं रमता। जेपी फिर लौटे सन चौहत्तर में । इस बार सम्पूर्ण क्रांति लेकर । आगे जो हुआ वह इतिहास है।

बार-बार बुलेट ट्रेन के आगे कोयले का इंजन खड़ा कर देने का क्या तुक ?

नेहरु हमारी विरासत हैं , शान हैं , नरेंद्र मोदी जीता-जगता सच ! शानदार सच। सपने बुरे नहीं होते पर सच भी सुंदर होता है। सपना भी सुंदर , सच भी सुंदर। कभी ऐसे भी देख कर देखिए।

नेहरू कभी भी किसी के सामने नहीं रोते तो क्या कोई और नहीं रो सकता ?

क्या एक राजनीतिज्ञ को रोने का अधिकार नहीं होता? भावुक होने का अधिकार नहीं होता? हां , साज़िश के सौदागरों को आंसू का मोल नहीं मालूम होता।

राहुल गांधी के आरोपों की धज्जियां उड़ाती मीडिया पर कांग्रेस के कब्जे की कहानियां

मीडिया की आजादी पर कांग्रेसी कब्जे की कहानी आजादी के तत्काल बाद ही तब से शुरू हो गयी थी जब मजरूह सुल्तानपुरी को नेहरू ने 1949 में दो साल के लिए जेल में इसलिए बंद करा दिया था क्योंकि मजरुह…

क्या राजद्रोह हटेगा?

भारतीय दंड संहिता में अन्य कई प्रावधान हैं। उनसे राज्य विद्रोही कार्यवाहियों के आरोपियों की मुश्कें कसी जा सकती है। धारा 121ए 121-क और 122 के अनुसार राज्य के विरुद्ध अपराध करने के लिए मौत तक…

यह ऋतुराज का ग्रीष्मकाल-कनक तिवारी की कलम से

जवाहरलाल नेहरू भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरु की फांसी से पहले इसलिए खामोश रहे कि कहीं गांधी नाराज़ न हो जाएं। फांसी के एकदम बाद उन्होंने अपनी खामोशी की दलील देते हुए एक वक्तव्य दिया। ‘‘मैं खामोश…