कितनी भी परेशानी कोई गिनालें, महानगर छोड़ हम नहीं जाने वाले।
Positive India:Sunil Pandey:
गांव से शहर आए, हम ग्राम वाले
जिंदगी है अब महानगर के हवाले।
आंखों ने इतने सतरंगी सपने पाले
अंतरंगी क्षण को वक्त कब निकाले।
पैसा हाथ का मैल, कितना ही…
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